इस्लामाबाद – पाकिस्तान ने अपने देश के पाठशालाआें के पाठ्यक्रम में शामिल भारत और हिंदुओं के विरूद्ध कई विवादित बातों को हटाया है। इसके अलावा देश के अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के विरूद्ध भी लिखीं गईं कुछ विवादित बातों को हटाया गया है और बाकी को हटाने की तैयारी चल रही है। अमेरिका में पाकिस्तान के दूत जलील अब्बास जिलानी ने इस बात की जानकारी दी है।
‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, जिलानी ने अमेरिकी सरकार की आेर से पाकिस्तान के स्कूली पाठ्यक्रम में विवादित चीजों को लेकर कराए गए एक अभ्यास के उत्तर में ऐसा कहा है। दरअसल, अमेरिकी सरकार के समर्थन वाले एक आयोग ने ‘पाकिस्तान में असहिष्णुता की पढ़ाई : स्कूली किताबों में धार्मिक भेदभाव’ नाम से यह संशोधन किया था।
इसमें पाया गया था कि इन किताबों में भारत और हिंदुओं और पाकिस्तान के अन्य अल्पसंख्यक समुदायों को लेकर काफी विवादित बातें थीं। सर्वे में कहा गया था कि, बच्चों को जो बातें पढाई जा रही हैं, उससे नई पीढी के लिए हिंदू बहुल भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध बनाने में काफी कठिनार्इ आएगी।
जिलानी ने कहा, ‘इस अभ्यास को आधार मानकर, रिपोर्ट में कहा गया कि, धार्मिक असहिष्णुता के ज्यादातर मामले २०११ के स्कूली पाठ्यक्रम के हैं जिन्हें हटाया जा चुका है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, इस बारे में कार्रवाई की जा रही है।’
बता दें कि इन किताबों की पहुंच चार करोड़ से ज्यादा स्कूली बच्चों तक है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स