गयाना का ‘सरस्वती विद्या निकेतन’ : सत्यं वद। धर्मं चर।। अर्थात, सत्य बोलें तथा धर्माचरण करें ! – विद्द्यालय का घोष वाक्य
कहां अपनी ‘हिंदुत्व’ के परिचय हेतु कटिबद्ध रहनेवाला सात समुद्र पार स्थित विद्यालय, तो कहां ‘निधर्मी’ शिक्षाप्रणाली का उपयोग करनेवाले भारत के लाखों विद्यालय !
जॉर्जटाऊन (गयाना) स्थित पश्चिम किनारपट्टी पर स्थित डेमेरारा शहर के सरस्वती विद्या निकेतन नामक हिंदू विद्यालय का घोष वाक्य है – सत्यं वद। धर्मं चर।। अर्थात, सत्य बोलें तथा धर्माचरण करें !
इस विद्यालय के शिक्षा वर्ष का विभाजन ४ भागों दीवाली , श्रीराम नवमी, व्यास पूर्णिमा तथा ग्रीष्म में किया गया है। यह विद्यालय में १५ प्रमुख विषयोंके अतिरिक्त हिंदू संस्कृति, भरतनाट्यम, कथ्थक तथा वेद आदि विषय भी सिखाए जाते हैं।
इस विद्यालय की स्थापना वर्ष १९९८ में हुई थी।
स्वामी अक्षरानंद इस विद्यालय के प्राचार्य हैं। शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के साथ-साथ यह विद्यालय छात्रोंको ‘करुणा, निर्भयता, सत्य एवं क्षमाशीलता’ ये मानवी मूल्य आत्मसात करना भी सिखाता है !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात