सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति की ओर से धर्मप्रसार
उज्जैन – उज्जैन सिंहस्थ पर्व में २० अप्रैल को श्री पंचायती बडा उदासीन आखाडे की ओर से हाथी, घोडे एवं ऊंटपर साधुआें को बैठाकर भव्य पेशवाई (शोभायात्रा) निकाली गई । इस पेशवाई को देखने के लिए मार्ग के दोनों ओर श्रद्धालुआें की भीड एकत्रित हुई थी । इस समय सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति की ओर से कपडे से बने फलक लगाकर विविध स्थानोंपर इस पेशवाई का स्वागत किया गया । पेशवाई के सब से अंत में सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति की ओर से फेरी निकालकर धर्मप्रसार किया गया । उज्जैन में इस समय ३९ अंश सेल्सियस तापमान था । इस कडी धूप में भी साधु-संतों का दर्शन करने महिलाएं आगे आ रही थीं ।
२० अप्रैल को इंदूर मार्ग से पेशवाई का प्रारंभ हुआ । उज्जैन शहर में विविध स्थानोंपर पेशवाईपर पुष्पवृष्टि कर स्वागत किया गया । श्री पंचायती उदासीन निर्वाणी आखाडे के महंत महामंडलेश्वर महेश्वरदासजी महाराज, महामंडलेश्वर डॉ. बिंदूजी महाराज, अन्य महामंडलेश्वर, संत एवं महंत पैदल चल रहे थे, तो रथ में महामंडलेश्वर एवं महंतों की अपेक्षा भगवान गणेश, श्रीदुर्गादेवी, श्रीविष्णु, शिव एवं श्री चंद्रदेव भगवान की मूर्तियां रखकर उनकी भव्य पेशवाई निकाली गई । अन्य आखाडों में मात्र उस आखाडे के साधु-महंत फूलों से सजाए हुए रथ में बैठे होते हैं । गुजरात की महिलाआें का नृत्यदल एवं पौरूषेय खेलों के दल आदिसहित अनेक लोग इसमें सम्मिलित हुए थे ।
सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति ने पेशवाई के समय किया धर्मप्रसार
आखाडे की पेशवाई चल रही थी उस समय सनातन संस्था के साधक एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ताआें ने धर्मप्रसार के एक भाग के रूप में इस यात्रा में सहभाग लिया । पेशवाई के मार्गपर साधक एवं कार्यकर्ता स्वागत के फलक हाथों में लेकर खडे थे । ये फलक पेशवाई देखनेवाले श्रद्धालुआें का ध्यान आकर्षित कर रहे थे । इस समय विविध घोषणाएं दी गईं । इस में मध्य प्रदेश की पुलिस भी हर हर महादेव की घोषणाएं दे रही थी ।
क्षणचित्र
१. पेशवाई के मार्गपर सैकडों महिलाएं एवं पुरुष दोनों ओर पंक्तियां लगाकर आखाडे के साधु-संतों का दर्शन करने तथा पेशवाई देखने के लिए एकत्र हुए थे ।
२. इस समय अनेकों ने पेशवाई के मार्गपर उपस्थित भक्तों के लिए पानी, शरबत एवं नारियल पानी का प्रबंध किया था ।
३. पेशवाई के मार्गपर बडी मात्रा में पुलिस बंदोबस्त रखा गया था ।