ब्रह्मध्वज (गुढी) स्थापित कर नववर्ष का स्वागत करने के हिंदू जनजागृति समिति के उपक्रम को कर्नाटक के धर्माभिमानियोंद्वारा उत्स्फूर्त प्रतिसाद !
ब्रह्मध्वज (गुढी) स्थापित कर नववर्ष का स्वागत !
बेंगलुरू : हिंदू जनजागृति समितिद्वारा कर्नाटक में लगभग १६० से अधिक स्थानोंपर धर्मशिक्षावर्ग आयोजित किए जाते हैं।
नववर्ष के १५ दिन पहले से राज्य के विविध जिलों में धर्मशिक्षावर्ग के माध्यम से गुढीपाडवा के (आदियुग) दिन ब्रह्मध्वज कैसे स्थापित करना चाहिए, उसका उद्देश्य क्या है, यह विस्तृत रूप से बता कर उसका प्रात्यक्षिक कर दिखाया गया था।
यह देख कर अनेक धर्माभिमानियोंने घर के सामने शास्त्रोक्त पद्धति से ब्रह्मध्वज स्थापित कर आनंद की अनुभूति ली !
१. चिकमंगलुरू, हासन, तुमकुरू आदि स्थानोंपर कुल मिला कर १२ सार्वजनिक स्थानोंपर गुढी का प्रात्यक्षिक कर दिखाया गया।
२. गुढीपाडवा के दिन १७ धर्माभिमानियोंने अपने-अपने घर गुढी (ब्रह्मध्वज) स्थापित की। उसी प्रकार बागलकोट जिले के बदामी, चोलचगुड्ड, केरुरू, विजयपुर नगर के आसपास के गांवों में तथा अरकेरी, उत्तर कन्नड जिला तथा शिवमोग्गा जिलों में ४ स्थानोंपर, उडुपी तथा दक्षिण कन्नड जिलों में मंगलुरू, सुल्या, पुत्तुरू, उजिरे ऐसे १३ स्थानोंपर ४३५ लोग उपस्थित थे।
३. धारवाड जिला में हुबली, धारवाड, हलियाल, गदग, लक्ष्मेश्वर, हावेरी, हगरीबोम्मन्नल्ली, तोरणगल्लू तथा होसपेटे, ऐसे ६० से अधिक सार्वजनिक स्थानोंपर १००० से अधिक धर्माभिमानियोंद्वारा अपने घर गुढी स्थापित कर उसका लाभ लिया गया।
४. ‘व्हॉट्स अॅप’ के माध्यम से २ सहस्र ७६१ लोगोंको गुढीपाडवा की चित्रफीत (वीडियो) भेजकर प्रबोधन किया गया।
चित्रफीत (वीडियो) का लाभ लेनेवाले कुछ धर्माभिमानियोंकी प्रतिक्रियाएं
१. चित्रफीत (वीडियो) दिखा कर ब्रह्मध्वज स्थापित करने के संदर्भ में शास्त्रोक्त पद्धति बताकर हमारे पाश्चात्त्य जीवन को परिवर्तित करने के संदर्भ में हम समिति के प्रति कृतज्ञ हैं ! – रायचुरू, बीदर एवं यादगिरी के धर्माभिमानी
२. गुढीपाडवा को गुढी स्थापित करने के उपरांत मिलनेवाले चैतन्य तथा आनंद का प्रत्यक्ष अनुभव लेना संभव हुआ ! – एक धर्माभिमानी, विजयपुर
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात