ओडिशा में गोतस्करी के विरुद्ध कार्य करनेवाले एक हिन्दुत्वनिष्ठ काे १६ दिन की पुलिस हिरासत में हुई, बहुत मारपीट !
‘गोतस्करी’ के विरोध में कार्य करनेवाले सहिष्णु हिन्दुओंकाे मारपीट करनेवाली पुलिस गोतस्करी एवं गोहत्याएं कर करोडों हिन्दुओंकी धार्मिक भावनाओंको आहत करनेवाले धर्मांधोंके विरोध में एक शब्द भी नहीं निकालती, यह ध्यान में लें !
भुवनेश्वर (ओडिशा) : यहां गोतस्करी करनेवालोंके विरोध में कार्य करनेवाले तथा देहली के गो ज्ञान फाऊंडेशन संगठन के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. तीर्थकुमार साहू को पुलिस हिरासत में डालकर लगभग १६ दिनोंतक उनकी बहुत पिटाई की गई। इससे उनको चिकित्सालय में भर्ती करना पडा !
अंततः २० अप्रैल को रायगडा जनपद के जिला न्यायाधीश ने उनको प्रतिभूति (जमानत) दी। यहां के जिलाधिकारी श्री. जगन्नाथ मोहंती ने साहू पर आधारहीन आरोप लगाकर उनको पुलिस के हाथ में सौंपा था। पुलिसद्वारा श्री. साहू पर विविध गंभीर आरोप भी किये गये !
१. केंद्रीय महिला एवं बालविकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी ने इस प्रकरण में स्वयं ध्यान दे कर ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री. नवीन पटनायक को जिलाधिकारी की संदेहजनक भूमिका के संदर्भ में पत्र लिखा। (श्रीमती मेनका गांधी जैसी गोरक्षा की तडप अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ नेताओं में कब उत्पन्न होगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. इसके पश्चात अनेक दिन बीत गए; परंतु जिलाधिकारी पर कोई भी कार्रवाई हुई, ऐसा नहीं दिखा !
३. श्री. तीर्थकुमार साहू ने ओडिशा के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को सौंपे एक ज्ञापन में जनपद के प्रशासकीय अधिकारी, पुलिस प्रशासन एवं गोतस्करों में होनेवाले गठबंधन पर प्रकाश डाला है !
४. भारत रक्षा मंच के राष्ट्रीय समन्वयक श्री. अनिल धीर एवं श्री. बलराम पांडा ने भी इस ज्ञापन को अपना समर्थन दर्शाया है।
५. श्री. धीर ने इस समय यह चेतावनी दी है कि, राज्यशासन यदि गोतस्करी करनेवालोंपर तथा हिंदुत्वनिष्ठोंपर झूठे अपराध प्रविष्ट करनेवालोंके विरोध में तत्परता से उचित कार्रवाई नहीं करेगा, तो गो ज्ञान फाऊंडेशन एवं भारत रक्षा मंच संगठन राज्यव्यापी आंदोलन करेंगे !
६. श्री. तीर्थकुमार साहू प्रधानमंत्री श्री. नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृहमंत्री श्री. राजनाथ सिंह से मिलनेवाले हैं, यह जानकारी भारत रक्षा मंच के समन्वयक श्री. मुरली मनोहर शर्मा ने दी है।
७. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने भी इस प्रकरण की ओर ध्यान दिया है तथा उन्होंने राज्यशासन को इस प्रकरण के संदर्भ में नोटिस जारी की है !
केंद्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधीद्वारा ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री. नवीन पटनायक को लिखे पत्र में उपस्थित किए गए, गंभीर सूत्र !
१. हर माह ओडिशा से बंगाल, तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश, इन राज्यों में ढाई लाख गायोंकी तस्करी की जाती है, एवं इन प्रकरणों में स्थानीय पुलिसकर्मी तस्करोंकी सहायता करते हैं !
२. जिन जिन हिन्दुत्ववादियोंने इस तस्करी के विरोध में आवाज उठाई, उनको बंदी बनाकर परेशान किया गया !
३. २२ वर्ष के श्री. तीर्थकुमार साहू गत ३ वर्षोंसे गोरक्षा करने तथा गोतस्करी करनेवालोंके विरोध में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने ओडिशा उच्च न्यायालय में पुलिस की संदिग्ध भूमिका के विरोध में १८० से अधिक याचिकाएं प्रविष्ट की हैं !
४. गतवर्ष श्री. साहू ने राष्ट्रपति को भी इस विषय पर ज्ञापन भेजा था। उस पर मा. राष्ट्रपतिजी ने श्री. साहू एवं उनके सहयोगियोंको बातचीत के लिए देहली में आमंत्रित किया था !
५. इसके प्रतिशोध के रूप में रायगडा जनपद के जिलाधिकारी ने श्री. साहू पर कठोर कार्रवाई की !
६. मार्च माह में सहस्रों गायोंकी हुई तस्करी के विरोध में ४ अप्रैल को श्री. साहू जिलाधिकारी कार्यालय में अपना विरोध प्रकट करने हेतू गए थे। उस समय उपजिलाधिकारी इशाक मदीना ने श्री. साहू का ज्ञापन फाड दिया, तो जिलाधिकारी जगन्नाथ मोहंती ने साहू को मारा ! इस समय उपस्थित पुलिस उपायुक्त संतनू मोहंती ने भी साहू की पिटाई की ! (प्रशासकीय अधिकारी एवं पुलिस का वास्तविक रूप जान लें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
७. तदुपरांत श्री. साहू पर झूठे आरोप लगाकर उनको बंदी बनाया गया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात