अमेरिका में एक नाबालिग से बलात्कार का गुनाह कबूलने वाला भारतीय मूल का एक पादरी भारत लौटकर फिर से चर्च का फादर बन गया । ये मामला पिछले वर्ष सामने आया था, जब मेगन पीटरसन नाम की एक अमेरिकी महिला ने फादर जोसेफ पी जयापॉल पर बलात्कार का आरोप लगाया था । महिला ने बताया था कि, जब वो केवल १४ वर्ष की थी तो जयापॉल ने उसके साथ कई बार बलात्कार किया था । कम आयु के कारण से वो बहोत समय तक किसी से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी । बडे होने के बाद उसने पादरी जयापॉल के विरुध्द शिकायत दर्ज कराई थी ।
नाबालिग आयु में पादरी के हाथों बलात्कार की शिकार हुई अमेरिकी महिला ने भारत में रोमन कैथोलिक संस्थाओं से औपचारिक विरोध दर्ज कराया है । उसने अपनी शिकायत में कहा है कि, इस खबर ने उसके पुराने घाव को कुरेद दिया है । महिला ने भारत में रोमन कैथोलिक संस्थाओं के विरुध्द कानूनी लढाई लढने की बात भी कही है । उसने बताया है कि, २००४ में मिनेसोटा के क्रुकस्टन में पादरी रहते जयापॉल ने उसे लगातार अपनी हवस का शिकार बनाया था । २००५ में जयापॉल भारत चला आया था । शिकायत सामने आने के बाद वेटिकन ने २०१० में उससे सस्पेंड कर दिया था । मार्च २०१२ में ही भारत सरकार ने उसे गिरफ्तार करके अमेरिका को प्रत्यर्पण कर दिया था । जहां पर वो जेल में भी रहा । बाद में अपना अपराध कबूल कर उसने सजा से माफी पा ली ।
एक बलात्कारी को चर्च का पादरी बनाने पर भारत में ईसाई संगठनों ने चुप्पी साध रखी है । यहां तक कि रोमन कैथोलिक संस्थाएं इसे सही ठहराने का भी प्रयास कर रही हैं । इस बीच, पीडित महिला ने कहा है कि, जरूरत पडी तो वो भारत जाकर इस दरिंदे पादरी की पोल सबको बताएगी ।
संदर्भ : न्युज लुज