अकालग्रस्त महाराष्ट्र के पशुधन पर, तस्कर एवं विक्रेताआेंकी की वक्रदृष्टि
संभाजीनगर : बांग्लादेश के गोमांस विक्रेता एवं पशुवधगृह चलानेवाले भारत के स्थानीय कसाईयोंद्वारा ‘कुछ भी करो, पशुओं की आपूर्ति करो, ऐसी आग्रही मांग कर रहें हैं !
इसके कारण अकालग्रस्त महाराष्ट्र के पशुधन की ओर गोमांस तस्कर एवं विक्रेताआेंकी की वक्रदृष्टि पड़ गई है। बांग्लादेश की मांग की आपूर्ति करने के लिए ये विक्रेता किसानों को अपने पशु बेचने के लिए विवश कर रहे हैं। (गुप्तरूप से चलनेवाली गोमांस तस्करी पर केंद्र एवं राज्य शासन किस प्रकार नियंत्रित करनेवाले हैं ? राज्यशासन गोवंश हत्याप्रतिबंध कानून की कठोर कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश देगी क्या ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
पश्चिम बंगाल में गोवंश तस्करी
भाजपा के पश्चिम बंगाल के विधायक एवं गोमांस तस्करी के विरोध में लडनेवाले श्री. समिक भट्टाचार्य ने बताया कि, पश्चिम बंगाल के २४ परगना एवं मालदा क्षेत्र से आज आए दिन गोवंश तस्करी बड़ी जोर से हो रही है। (इससे पश्चिम बंगाल की कानून-व्यवस्था का कितना अधःपतन हुआ है, यही दिखाई देता है। वहां कार्यरत ममता (बानो) शासन गोवंश हत्याएं रोकने के लिए कुछ भी नहीं करेगा। उसके लिए ‘हिन्दू राष्ट्र’ की ही आवश्यकता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
महाराष्ट्र के अकालग्रस्त क्षेत्रों से पशुओं को खरीद कर उनको बांग्लादेश में गुप्त मार्ग से भेजने में अनेक तस्कर कार्यरत हैं। महाराष्ट्र से पशुओं को पश्चिम बंगाल एवं असम की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लाना, यह काम खर्चीला भी होगा, तो भी सीमापार से होनेवाली आग्रही मांग के कारण तस्करों को यह काम पूरा करना ही पडता है। इसलिए इन विक्रेताआेंकी एवं तस्करों का महाराष्ट्र में भी सक्रिय होना स्वाभाविक है।
पशुसंवर्धन एवं कृषिमंत्री श्री. एकनाथ खडसे का भोला आशावाद; कहा – महाराष्ट्र से पशुओं की तस्करी असंभव !
बांग्लादेश में पशुओं को ले जाने के लिए होनेवाले व्यय को देखते हुए महाराष्ट्र से पशुओं को ले जाना, यह असंभव बात है। इन दो स्थानों में होनेवाली दूरी को देखते हुए एक पशु का अंतरराज्य परिवहन करने के लिए ही बहुत पैसा लगता है। इसलिए हमें तस्करी की संभावना नहीं दिखती ! (महाराष्ट्र से गोमांस की होनेवाली तस्करी सर्वश्रुत होते हुए भी, ऐसा कहना घातक हो सकता है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) शासकीय स्तर पर हम इस विषय की जानकारी लेंगे।
चारा एवं पानी की कमी से, तस्कर सक्रिय है ! – शिवसेना सांसद श्री. चंद्रकांत खैरे
हरियाणा, राजस्थान के पीछे-पीछे महाराष्ट्र में चारा एवं पानी की कमी से तस्करों की चलती है ! महाराष्ट्र में अकाल होने से किसान विवश होकर अपने पशुओं को बेच रहे हैं। राष्ट्रीय गोधन महासंघ, सदस्य के रूप में मैं इस संदर्भ में ध्यान दूंगा तथा संसद में इस विषय को पुनः उठाउंगा। (शिवसेना के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ नेता ही यह भाषा बोल सकते हैं, यह ध्यान में लेकर अन्यत्र के हिन्दुत्वनिष्ठ कृति करें, यह अपेक्षा ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात