उज्जैन – उज्जैन सिंहस्थ पर्वक्षेत्र में ५ मई २०१६ को हुई मुसलाधार वर्षा के कारण विविध संप्रदायों के मंडप गिर गए । उस में सनातन संस्था की धर्मशिक्षा एवं ग्रंथ प्रदर्शनी कुछ मात्रा में प्रभावित हुई हो, अपितु दूसरे दिन प्रदर्शनी में कोई बाधा उत्पन्न न होते हुए भगवान श्रीकृष्णजी, महर्षि एवं सनातन संस्था के संस्थापक परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी की कृपा से इस प्रदर्शनी से संत, श्रद्धालु एवं प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तिआें की भेंट सुबह से आरंभ हुईं । कुछ हुआ ही नहीं हो, इस प्रकार से नित्यनियम के अनुसार पूर्ववत् प्रदर्शनी चालू ही रहने की अनुभूति ईश्वर की कृपा से सनातन के संत एवं साधकों को हुई । इस की अपेक्षा अन्य स्थानों के नित्य व्यवहार कुछ दिनों के लिए बंद रहनेवाले हैं ।
संत, मान्यवर एवं जिज्ञासूआें ने प्रदर्शनी से भेंट करना !
प्रदर्शनी का छप्पर फटकर नीचे आकर तथा प्रदर्शनी कृषिभूमि पर होने से एवं मुसलाधार वर्षा होने के कारण सर्वत्र कीचड होनेपर भी सुबह लगभग १० बजे गोड्डा, झारखंड के अंग गौरव स्वामी श्रद्धानंद महाराजजी अपने अनुयायियों के साथ प्रदर्शनी देखने आए थे । सर्वत्र कीचड होते हुए भी महाराजजी ने धर्मशिक्षा के विषय में सभी फलकों को ध्यानपूर्वक देखकर जानकारी ली ।
राजस्थान के अतिरिक्त मजदूर आयुक्त धनराज शर्मा एवं उज्जैन के डॉ. देवकरण शर्मा की प्रदर्शनी से भेंट !
राजस्थान राज्य के अतिरिक्त मजदूर आयुक्त श्री. धनराज शर्मा एवं उज्जैन के ऋषी गुरुकुल के परमाचार्य डॉ. देवकरण शर्मा महाराजजी ने प्रदर्शनी से भेंट की । इस समय उन्हों ने अनेक ग्रंथ खरीद लिए । संत एवं मान्यवरों के पीछे-पीछे सर्वसामान्य लोगों ने भी प्रदर्शनी से भेंट करना प्रारंभ किया ।