एक बस ड्राइवर के बेटे, सादिक खान ने ३ मई को, लंदन के पहले मुसलमान मेयर बन कर एक इतिहास रच दिया । लन्दन के मेयर चुने जाने के बाद, सादिक खान ने एक हिन्दू मंदिर का दौरा किया जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी हैं ।
जिस दिन इन्होंने अपनी जीत दर्ज करवाई, सादिक खान ने अपने फेसबुक पेज पर कहा था कि, स्वामी नारायण मंदिर, लन्दन में उनके पसंदीदा स्थानों में से एक है । सादिक खान का मानना है की, ये मंदिर स्थानीय समुदाय के समर्पण का प्रतिरूप है । लोगों ने, भारत के बाहर इतने बडे हिन्दू मंदिर के निर्माण के लिए बहुत योगदान दिया है ।
पोस्ट पर उन्होंने बताया की, उनके जीवन की कहानी लन्दन में रहने वाले कई भारतीय मूल के लोगों जैसी है । उनके परिवार के लिए एक बेहतर जीवन का निर्माण करने के लिए उनके माता-पिता, १९७० में लन्दन बस गये थे । उन्होंने कहा, मेयर बनकर वो लन्दन के भारतीय समुदाय के लिए खडे होंगे और भारत की लन्दन के साथ मित्रता को मजबूत करेंगे । वो जल्द ही भारत के लिए एक व्यापर प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए तत्पर हैं ।
खान ने कहा की, विकास और नयी तकनीकें उन की प्राथमिकता होगी । वो सरकार की अनुचित वीजा प्रतिबन्ध को भी चुनौती देंगे, जिसकी कारण से कारोबार में जरूरी कौशल खोजने में कठिनाई होती है । उनकी पहली प्राथमिकता सदैव लन्दन की सुरक्षितता होगी- चाहे असामाजिक व्यवहार या हिंसक अपराध से । खान ने साफ़ कहा कि, वो लंदन में उग्रवाद और कट्टरता के बढते खतरे के विषय में चिंतित है और वो ब्रिटिश मुसलमान बनकर चरमपंथियों से लडने में जरा भी संकोच नहीं करेंगे ।
उन्होंने कहा कि वह लंदन के मेयर के रूप में श्री स्वामीनारायण मंदिर की अपनी अगली यात्रा का इंतजार करेंगे ।
संदर्भ : हिन्दूत्व