इंदौर/अयोध्या : विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की अपनी अंतिम तारीख का घोषित कि है । उज्जैन में चल रहे महाकुंभ में संतों ने राम मंदिर के निर्माण में हो रही देरी के लिए नाराजगी जताते हुए इसके निर्माण के लिए ३१ दिसंबर तक का समय दिया है ।
विश्व हिंदू परिषद के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने कहा कि, ३१ दिसंबर से पहले मंदिर निर्माण का काम शुरु हो जाएगा । हम उच्चतम न्यायालय के निर्णय का इंतजार और नहीं कर सकते हैं । उन्होंने कहा कि, हमने बहुत धैर्य रखा, अब और धैर्य नहीं रख सकते हैं । अयोध्या जाना और राम लला के दर्शन में काफी अंतर है चंपत राय ने कहा कि, इससे पहले राम मंदिर के निर्माण के लिए १ नवंबर की तारीख घोषित कि गर्इ थी जो गलत हैं । कुछ संगठन केवल सुर्खियों में आने के लिए ऐसी बातें करते हैं ।
उन्होंने कहा कि, मंदिर निर्माण का ९० प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, बाकी का काम साधू और संतों की मदद से किया जाएगा । गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी १५ मई को उज्जैन के महाकुंभ में हिस्सा लेने जायेंगे । ऐसे में उनके दौरे से पहले विहिप का यह घोषणा राजनीतिक पारा बढा सकती है ।
गौरतलब है कि, इससे पहले चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर जगदगुरू राम भद्राचार्य ने राम मंदिर निर्माण की तिथि का घोषित कि थी । विभिन्न हिंदू संगठनों द्वारा भी राम मंदिर निर्माण की तारीख का घोषित कि गर्इ है परंतु मामला उच्चतम न्यायालय में लंबित होने की कारण से मंदिर निर्माण पर रोक लगी है ।
संदर्भ : पंजाब केसरी