उज्जैन कुंभमेला !
सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘धर्मशिक्षा प्रदर्शनी’ !
उज्जैन : यहां में सिंहस्थपर्व में सनातन संस्था एवं हिन्दू जनजागृति समिति की प्रदर्शनी पर संतों की कृपादृष्टि की वर्षा हो रही है !
लगभग हर दिन संतों की चरणधुलिसे प्रदर्शनी पावन हो रही है ! तीव्र तूफानी वर्षा एवं प्राकृतिक संकट आने पर भी प्रदर्शनी खंडित नहीं हुई।
![श्री स्वामी प्रणवानंद सरस्वती का सम्मान करते हुए पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2016/05/swami_pranavanand_sarswati_photo_Clr.jpg)
१३ मई २०१६ को सवेरे रायपुर, छत्तीसगढ के प्रेम प्रकाश मंडल के स्वामी हेमंत प्रकाशजी ने अपने शिष्यों के साथ प्रदर्शनी का भ्रमण किया जबकि संध्या समय अखंडानन्द आश्रम, मोतीजील, वृन्दावन, उत्तरप्रदेश के महामंडलेश्वर आचार्य श्री स्वामी प्रणवानंद सरस्वती एवं उनके पश्चात प.पू. देवराहा बाबा के शिष्य स्वामी नारायणदास एवं अस्सी घाट, वाराणसी के स्वामी वासुदेवदास का आगमन हुआ। सभी संतों के आगमन एवं आशीर्वचन से प्रदर्शनी के सभी साधकों के उत्साह में वृद्धि हुई !
सनातन के कार्य में सम्मिलित होने की मेरी सिद्धता है ! – महामंडलेश्वर आचार्य श्री स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, अखण्डानन्द आश्रम, मोतीजील, वृन्दावन, उत्तरप्रदेश
अब तक मैंने सनातन का कार्य सुना था; परंतु प्रत्यक्ष प्रदर्शनी का भ्रमण कर मुझे कार्य की व्याप्ति ध्यान में आई !
इस कार्य में मुझे सम्मिलित करें। सनातनद्वारा किए जानेवाले कार्य में सम्मिलित होने की मेरी सिद्धता है, अखंडानन्द आश्रम, मोतीजील, वृन्दावन, उत्तरप्रदेश के महामंडलेश्वर आचार्य श्री स्वामी प्रणवानंद सरस्वतीजी ने ऐसे उत्साहवर्धक वचन दिए। प्रदर्शनी का भ्रमण करने पर वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. चितरंजन सुराल ने प्रदर्शनी की जानकारी दी एवं हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी के शुभ हाथों उन्हें पुष्पहार एवं नारियल देकर सम्मानित किया गया।
![प्रदर्शनी के संदर्भ में जानकारी लेते समय स्वामी हेमंत प्रकाशजी महाराज (मध्य में)](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2016/05/Swami_Hemant_Prakashji_maharaj_Clr.jpg)
![पू. डॉ. पिंगळेजी से वार्तालाप करते हुए स्वामी नारायणदास एवं उनके पीछे स्वामी वसुदेवदास](https://www.hindujagruti.org/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2016/05/from_Left_site_Narayandas_Mahajarwhite.jpg)
क्षणिकाएं
१. महाराज को प्रदर्शनी के उत्पाद बहुत अच्छे लगे। उन्होंने स्वयं होकर कुमकुम का अर्पणमूल्य पूछा एवं भक्तों को क्रय करने को कहा !
२. महाराज ने उनके प्रदर्शनी के स्थल पर हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी को आमंत्रित किया !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात