मुसलमानों के लिए मंदिर को ढकने का समय आने के लिए क्या यह भारत है अथवा पाकिस्तान ?
पुणे : यहां की गंजपेठ में स्थित सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय स्मारक के स्थान पर १४ मई को सायं समय मालेगाव बमविस्फोट में निर्दोष मुक्त मुसलमानों के सम्मान का कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर पुलिसद्वारा कार्यक्रमस्थल के समीप स्थित एक शिवमंदिर को श्वेत वस्त्र से ढक कर रखा गया था। (पुलिसद्वारा मंदिर ढकने के पीछे क्या उन्हें मुसलमानों के समूह से मंदिर को हानि पहुंचाए जाने का भय प्रतीत हो रहा था ? अथवा कहीं ऐसा तो नहीं कि, मुसलमानों की भावनाओं को संभालने हेतु जानबूझकर पुलिसद्वारा यह कृत्य किया गया ? कानून एवं सुरक्षा बिगाडनेवालों पर कार्रवाई न करते हुए उनके भय से पुलिसद्वारा हिन्दुओं के आस्थास्थानों की मानहानि करवाना कहांतक उचित है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस संदर्भ में कुछ प्रत्यक्षदर्शी व्यक्तियोंद्वारा बताई गई जानकारी इस प्रकार ….
१. इस शिवमंदिर में नियमित रूप से पूजन-अर्चन होता है। मुसलमानों के कार्यक्रम के लिए मंदिर ढक कर रखने का क्या कारण है ? दूसरे दिन मंदिर पर ढका वस्त्र हटा दिया गया था !
२. मंदिर के बाहर भारी मात्रा में पुलिस की फौज नियुक्त की गई थी !
३. पुलिसकर्मी कार्यक्रम हेतु आनेवाले अन्य धर्मीय व्यक्तियों नाम एवं संपर्क क्रमांक लिख कर ले रहे थे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात