बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओंपर होनेवाले अत्याचारों की जानकारी भारत शासन नहीं लेता एवं उन्हें सहायता भी नहीं करता ! हिन्दुओं के लिए यह लज्जास्पद है !
• २ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार !
• ऐसी स्थिति ‘हिन्दू राष्ट्र’ की अपरिहार्यता स्पष्ट करती है !
ढाका (बांग्लादेश) : बांग्लादेश में विजयनगर के समीप एरियाल गांव में स्थानीय चुनाव में पराजित अवामी लीग पक्ष के उम्मीदवार ने ७५ धर्मांधों की सहायता से गांव के ३८ हिन्दुओं पर, शस्त्र एवं बंदुकोंद्वारा ७ मई को जानलेवा आक्रमण किया !
धर्मांधों ने हिन्दुओं के घर में बलपूर्वक घुस कर उनकी नकद राशि एवं अलंकार लूटें, छोटे बच्चों को आग में ढकेला एवं २ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार किया।
धर्मांधों के इस आक्रमण में अनेक हिन्दू गंभीर रूप से घायल हुए हैं एवं उनकी १७ लक्ष रुपयों की संपत्ति की हानि हुई है। ‘बांग्लादेश माइनॉरिटी वॉच’ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन के अध्यक्ष अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोषद्वारा यह जानकारी दी गई।
१. एरियाल गांव में स्थानीय चुनाव लडनेवाले अवामी लीग के नेता हाजी अख्तर हुसेन, विरोधी उम्मीदवार जिया उल हक बकुल इनसे पराभूत हुए।
२. पीडित हिन्दुओं ने अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष को बताया कि, इस चुनाव में हिन्दुओंद्वारा बकुल को मत दिए जाने का क्रोध मन में रख कर अख्तर हुसेनद्वारा उपरोक्त आक्रमण किया गया।
३. हिन्दुओंद्वारा ८ मई को इस आक्रमण का परिवाद विजय नगर पुलिस थाने में प्रविष्ट किया गया एवं बांग्लादेश माइनॉरीटी वॉच संगठन को घटना की जानकारी दी गई।
४. अधिवक्ता श्री. रवींद्र घोष ने त्वरित घटनास्थल पर जाकर पीडितों के परिवाद प्रविष्ट किए। उन्होंने पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक मुस्तफा कमाल पाशा से भेंट की। इस प्रकरण में पुलिसद्वारा अधिवक्ता श्री. घोष को केवल २ धर्मांधों को बंदी बनाने की जानकारी दी गई।
५. अधिवक्ता श्री. घोष ने इस क्षेत्र के सांसद ओबेदुल चौधरी से भेंट कर उनके सामने यह स्थिति रखी। सांसद ने कहा कि, उन्होंने घटनास्थल को भेंट देकर पीडितों को आर्थिक सहायता की।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात