एेसी स्थिती आने तक क्या भारतीय पुरातत्व विभाग सो रहा था ? मंदिर की इस दु: स्थिती के लिए उत्तरदायी लोगोंपर कार्यवार्इ होनी चाहिए ! – सम्पादक, हिन्दूजागृति
नई देहली : करोडों भारतीयों की आस्था का केंद्र पुरी का जगन्नाथ मंदिर कभी भी गिर सकता है । भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) के अनुसार मंदिर की स्थिती काफी खराब है और मंदिरधराशायी हो सकता है । एएसआई की समिति ने कहा है कि, मंदिर भारी जोखिम पर है । उचित समय पर यदि आवश्यक कदम नहीं उठाए गए तो प्राचीन मंदिर गिर सकता है ।
उडीसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी है । नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि, जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएं । एएसआई के कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाते हुए उन्होंने कहा कि, एएसआई की गैर जिम्मेदारी के कारण से पूरे देश के लोगों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंच सकती है । क्योकि एएसआई काम तो शुरु करती है पर समय पर पूरा नहीं करती है ।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के दिल्ली आवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में केंद्रीय संस्कृति मंत्री डॉ. महेश शर्मा, एएसआई के महानिदेशक और अन्य अधिकारियों ने इस मुद्दे पर चर्चा की । चर्चा के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि, मंदिर की मरम्मत में पैसे की कमी नहीं होने दी जाएगी । ‘मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का पत्र मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस मामले को देख रहे हैं’ ।
स्त्रोत : राष्ट्रीय खबर