मंदिर सरकारीकरण के दुष्परिणाम !
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मंदिर में श्रद्धालुओंद्वारा श्रद्धा से अर्पण किए गए धन का धर्मकार्य हेतु ही उपयोग करना चाहिए, रुग्णालय के विकास के लिए निधी का प्रबंध करने का उत्तरदायित्व शासन का है !
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हिन्दुओ, मंदिर में इकट्ठा होनेवाले धन का उचित प्रकार से विनीयोग करने हेतु मंदिर भक्तों के अधिकार में देने के लिए शासन की ओर आग्रह करें !
मंदिर के निधी की मांग करनेवाले सी.पी.आर. बचाव कृती समिति ने क्या कभी मस्जिद अथवा चर्च की ओर से निधी की मांग की है ? मंदिर का ही धन, क्यों ?
कोल्हापुर : पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान व्यवस्थापन समिति के अध्यक्ष तथा जनपदाधिकारी डॉ. अमित सैनी की ओर सी.पी.आर. बचाव कृती समिति ने १६ मई के दिन ज्ञापनद्वारा मांग की है कि, ‘यहां के छत्रपति प्रमिलाराजे शासकीय रुग्णालय के विकास कार्य हेतु करवीर निवासिनी श्री महालक्ष्मी मंदिर के अर्पण पेटी के उत्पन्न में से १ करोड रुपएं का प्रावधान करना चाहिए !’
जिलाधिकारी ने इस मांग के ज्ञापन का सकारात्मक विचार करने का आश्वासन दिया !
पश्चिम महाराष्ट्र देवस्थान व्यवस्थापन समिति ने साधारण व्यक्ति तथा छात्रों को सामाजिक बंधन का पालन करते हुए ५० लक्ष रुपएं का प्रावधान पहली ही बार दिया है। यह ज्ञापन प्रस्तुत करनेवाले शिष्टमंडल ने इस संदर्भ में भी जिलाधिकारी के आभार व्यक्त किए। (ऐसे कार्य के लिए शासन, विधायक तथा संसद सदस्यों की निधी से धन उपलब्ध होता है। ऐसे होते हुए भी मंदिर के धन का इस प्रकार मनचाहे पद्धति से उपयोग करनेवाले जिलाधिकारी पर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, साथ ही जिलाधिकारी से ५० लक्ष रुपएं की आपूर्ति करनी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
राज्यशासन से प्राप्त अधूरे निधी के कारण सी.पी.आर. में प्राथमिक सुविधाओं का अभाव निरंतर रहता है।
सी.पी.आर. बचाव कृती समिति ने ऐसी मांग की गई है कि, इस बात की न्यूनता दूर करने हेतु श्री सिद्धिविनायक तथा शिर्डी संस्थान की ओर से दिए जानेवाले करोडो रुपएं के निधी के अनुसार श्री महालक्ष्मी मंदिर के अर्पण पेटी से रुग्णालय के लिए अधिक मात्रा में आर्थिक प्रबंध करना चाहिए। साथ ही देवी के दर्शन हेतु आनेवाले देश-विदेश के लक्षावधी भक्तों के दानधर्म मेंसे कुछ रुपयों का उपयोग निर्धन एवं सर्वसाधारण लोगों के आरोग्य के लिए करना चाहिए, साथ ही देवस्थान समिति को सी.पी.आर. रुग्णालय के लिए आर्थिक निधी का प्रबंध करना चाहिए।
(मंदिर के निधी की मांग करनेवाले सी.पी.आर. बचाव कृती समिति ने क्या कभी मस्जिद अथवा चर्च की ओर से निधी की मांग की है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
ज्ञापन प्रस्तुत करनेवाले शिष्टमंडल में सी.पी.आर. बचाव कृती समिति के निमंत्रक सर्वश्री वंसत मुळीक, बबनराव रानगे, भगवानराव काटे, बाळासाहेब भोसले, भाऊसाहेब काळे, दिलीप पवार, समीर नदाफ, किशोर घाटगे, महादेव पाटिल प्रताप नाईक आदि सम्मिलित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात