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भाजप-पीडीपी सरकारका हिन्दुद्रोह !
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देशद्रोही अलगाववादियोंके दबावा के आगे झुकी सरकार !
श्रीनगर – अलगाववादियों के दवाब के बीच जम्मू कश्मीर सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि, कश्मीरी पंडितों और सैनिकों के लिए घाटी में कोई अलग बस्ती या कॉलोनियां नहीं बनाई जाएंगी। जम्मू कश्मीर सरकार के प्रवक्ता और राज्य के शिक्षा मंत्री नईम अख्तर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा घाटी में कहीं भी कश्मीरी पंडितों को लिए अलग नगरी बनाने की योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि, जो भी पंडित वापस आएंगे तो उन्हें बहुसंख्यक समुदाय के साथ ही रहना होगा। इसके साथ ही सरकार ने दावा किया है कि वह नई औद्योगिक नीति की समीक्षा करेगी।
अलगाववादियों ने दी थी आंदोलन की धमकी
इससे पहले अलगाववादियों ने धमकी दी थी कि वो सैनिकों और पंडितों के लिए अलग नगरी बनाए जाने के विरोध में आंदोलन करेंगे। बीते दिनों कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी के घर पर जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक के साथ हुई बैठक के बाद सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने की बात कही गई थी। दोनों नेताओं ने कहा था कि, स्वतंत्रता के पहले से चलते आ रहे कई संगठन उनके साथ खड़े होंगे। गिलानी और मलिक ने कहा था कि कश्मीर के लिए फिलहाल करो या मरो के हालात पैदा हो गए हैं। राज्य की सरकार प्रदेश में आरएसएस का एजेंडा लागू करना चाहती है। हम सब इसका कड़ा विरोध करेंगे।
स्त्रोत : पत्रिका
When the state governments have failed to provide protection to the Hindu Kashmiris, they have failed to protect the other state students studying in Kashmir, henceforth we the Hindu Citizens demand that the central government to intervene and make colonies whereby the Hindu Kashmiris can be given back their lost homes, self respect and protection.It is the duty of every Indian to support the Hindu Kashmiris and not make them suffer at the hands of the barbarious brutal separatist elements.