क्या इस्लामिक स्टेट का सामना करने हेतु भारत सिद्ध है ? – सम्पादक, हिन्दूजागृति
नई दिल्ली – आतंकी संगठन आईएस ने भारत को धमकी देने और यहां आतंक फैलाने की बात करते हुए एक वीडियो जारी की है। २२ मिनट की वीडियो में भारत से भागकर आईएस में शामिल हुए आतंकियों से ही भारत को धमकी दिलवाई गई है। शुक्रवार (२० मई) को सामने आई यह पहली ऐसी वीडियो है जिसमें भारत या साउथ एशिया के देशों को धमकी दी गई है।
इस वीडियो में महाराष्ट्र के थाने में रहने वाला फहाद तनवीर शेख दिखाया गया है जो २०१४ में सीरिया भाग गया था। उस समय उसके साथ तीन और लोग गए थे जिसमें से आरिब मजीद भागकर वापस भारत आ गया था। वह इस समय एनआईए की हिरासत में है।
वीडियो में शेख कहता है, ‘हम वापस आएंगे, पर हाथ में तलवार लेकर ! बाबरी मस्जिद, कश्मीर, गुजरात और मुजफ्फरनगर में मारे गए मुसलमानों का बदला लेने।’
वीडियो में शेख यह भी बताता है कि, भारत से उसके साथ आए शमीम टंकी रक्का में हुए हवाई हमले में मारा गया। इसके बाद शेख आगे कहता है, ‘भारत के लोगों के पास तीन मार्ग हैं, या तो इस्लाम कबूल कर लो, जजिया कर दो या फिर नरसंहार के लिए तैयार हो जाओ।’
इस वीडियो का ज्यादातर हिस्सा अरबी भाषा में शूट किया गया है। आतंकी भारत और पाकिस्तान को ‘हिंद वल सिंध’ के नाम से बुलाते हैं और हिंदुओं को ‘गाय की पूजा’ करने वाले के नाम से। वीडियो की शुरुआत में मध्यकालीन समय में मुहम्मद बिन कासिम का उल्लेख किया गया है। आतंकी उसे इस्लामिक राज्य की स्थापना करने वाला मानते हैं। वीडियो में एक जगह आतंकी कहता है कि, गाय की पूजा करने वाले ही मुंबई, गुजरात, असम और मुरादाबाद में मुसलमानों के विरूद्ध हुई हिंसा के जिम्मेदार हैं।
वीडियो में मुस्लिम राजनेताओं पर भी निशाना साधा गया है। औवेसी समेत कई बड़े मुस्लिम नेताओं पर मुसलमानों के खिलाफ हुए अत्याचार को सहने का आरोप लगाया गया है। वहीं इस्लाम की परिभाषा बताते हुए आतंकी कहता है, ‘जो लोग कहते हैं कि इस्लाम शांति का धर्म है, उन लोगों की मत सुनो। इस्लाम किसी एक दिन के लिए भी शांति का धर्म नहीं बन सकता। पैगंबर ने कहा था कि तबतक लड़ते रहो, जबतक अल्लाह का राज स्थापित ना हो जाए। ‘
आईएस के अलावा वीडियो में इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों को भी दिखाया गया है। माना जा रहा है कि इस संगठन ने पाकिस्तान में अपने समर्थकों का साथ छोड़कर आईएस का दामन थाम लिया है।
स्तोत्र – जनसत्ता