श्री बालकदासजी महाराज तथा योगाचार्य हर्षानंदजी महाराज की उपस्थिती
उज्जैन – यहां के भैरवग कारागृह के ५४ बंदिवानों ने पवित्र क्षिप्रा नदी मेंस्नान किया । ये सभी बंदीवान वर्तमान में जन्मठेप का दंड भुगत रहे हैं । सिंहस्थपर्व आरंभ होने के पश्चात् इन बंदिवानों ने पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नानकरने की अनुमती प्राप्त की थी । उस समय छत्तीसगढ मंडप के श्रीबालकदासजी महाराज तथा योगाचार्य हर्षानंदजी महाराज उपस्थित थे । स्नानकरने के पश्चात् श्री बालकदासजी महाराज तथा योगाचार्य हर्षानंदजी महाराजके मार्गदर्शन के नीचे बंदिवानों ने यह संकल्प किया कि, ‘भविष्य में हम कभी भी अपराध नहीं करेंगे । अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाएंगे, साथ ही जीवनभर उसे पानी डालेंगे ।’