उज्जैन सिंहस्थपर्व !
कड़ी धूप में, तपती रेतपर बैठकर सूर्यसाधना करनेवाले हठयोगी साधू !
उज्जैन : सिंहस्थपर्व में विविध प्रकार के साधू आए हुए थे। वे लोगों के आकर्षण का केंद्र बने थे !
उन में से कुछ साधू दिनभर कडी धूप में तपश्चर्या कर रहे थे। एक ओर कडी धूप होने के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे थे; क्योंकि लोगों को धूप से तुरंत कष्ट हो रहा था। मध्य प्रदेश शासन ने भी ‘ऑरेंज अॅलर्ट’ घोषित कर नागरिकों को दोपहर १ से ५ बजेतक घर के बाहर ना पडने का निर्देश दिया था। तो दूसरी ओर तापमान ४३ से ४७ अंश सेल्सियस तक प्रचंड होते हुए भी उजडखेडा कुंभक्षेत्र में भूखीमाता मार्ग पर साधू राधिकानंदजी महाराज अत्यंत कडी धूप में रेतपर शांति से आंखे मूंदकर साधना कर रहे थे !
१. उजडखेडा, बडनगर महामार्ग, पेट्रोल पंप के समीप ४ साधू कड़ी धूप में उनकी साधना कर रहे थे। उन को इस संदर्भ में पूछनेपर उन्होंने बताया कि, उन की यह साधना वसंत पंचमी को आरंभ हुई तथा वह ४ मास तक चलेगी। यह साधू मुलरुप से उत्तर भारत के हैं। उन्हों ने वहीं साधना आरंभ की थी। उन के शरिरपर केवल एक लंगोट था। सिंहस्थपर्व प्रारंभ होनेपर वे यहां आए थे। अब पर्व समाप्त होने से वे पुनः अपने मूल स्थान जाकर साधना आरंभ करनेवाले हैं।
२. दैनिक सनातन प्रभात के संवाददाता ने दूर से ही धूप में बैठे इस साधू को नमस्कार करनेपर उस साधू ने निकट ही रखे एक मट के में रखे हुए अंगूर प्रसाद के रुप में उसे दिए तथा वे पुनः अपनी साधना में मग्न हो गए। इस साधना में शरिर पूर्णरुप से भूना जाता है; परंतु ये साधू उसमें व्यवधान ना लाते हुए नियमित रुप से साधना कर रहे थे। इस का समाचार बनाने के संदर्भ में उनको पूछनेपर वे कहने लगें, आप हमारे गुरुदेवजी की आज्ञा लेकर हमारा छायाचित्र निकालकर फिर उस का समाचार बना सकते हैं। इस से उनमें स्थित ‘आज्ञाधारकता’ दिखाई दी। इस समय उनको सनातन संस्था, साथ ही संस्था की ओर से सिंहस्थपर्व में लगाई गई प्रदर्शनी की जानकारी दी गई।
३. कुछ साधू भीषण धूप में अपने चारों ओर धुनी प्रज्वलित कर साधना कर रहे थे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात