मेरठ : यहां के एक दलित हिन्दू युवक द्वारा धर्म परिवर्तन कर ईसाई बनने का मामला सामने में आया है । इस मामले की जानकारी मिलते ही हिंदू स्वाभिमान संस्था के पदाधिकारी उसके घर पहुंच गए । इसके बाद युवक विकास ने स्वयं स्वीकार कर किया है कि, उसने ५ लाख रुपए के लिए धर्म परिवर्तन किया है । इसके लिए उसे २.७५ लाख रुपए का भुगतान भी किया जा चुका है । सूचना पर एलआइयू के दरोगा धर्मेंद्र भारद्वाज भी पहुंच गए ।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित भारद्वाज ने बताया कि, अब फिर से हवन-पूजन कराकर उसकी हिंदू धर्म में वापसी कराई जाएगी । वहीं मामले में एलआइयू ने शासन को रिपोर्ट भेज दी है ।
बता दें कि, नौचंदी थानाक्षेत्र शास्त्रीनगर सेक्टर-४ निवासी २० वर्षीय विकास के पिता की १४ वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है । विकास चाय की दुकान चलाता है । उसने बताया कि, लगभग ३ वर्ष पहले सरायकाजी निवासी जोजफ और रणसिंह नाम के दो लोगों से विकास की मित्रता हो गई । इसके बाद सरायकाजी में ही ‘यहुआ का संदेश’ नाम से बने प्रार्थना घर में उसका धर्म परिवर्तन कराया था ।
उसने परिजनों के सामने बताया कि, इसके लिए उसे ५ लाख रुपये देने का आश्वासन दिया गया था । जिसमें से २.७५ लाख रुपए उस मिले चुके हैं । वहीं शेष रकम कुछ दिन बाद ही दी जानी है । इसकी जानकारी विकास के परिजनों को भी नहीं थी । वह अपनी मां से ट्यूशन में जाने की बात कहकर प्रार्थना घर जाता था । धर्म परिवर्तन का खुलासा होने पर विकास की मां भी सकते में आ गई है ।
हिंदू स्वाभिमान संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि, विकास को चर्च जाते हुए संस्था के सदस्यों ने देखा था । इसके बाद संदेह के आधार पर जब उसके घर जाकर पडताल की गई तो उसके बैग में बाइबल और ईसाई धर्म की कुछ अन्य पुस्तकों के साथ दो दर्जन लोगों की सूची भी मिली है ।
इसकी सूचना उन्होंने एलआईयू के दरोगा को दी तो वे भी मौके पर पहुंच गए । इसके बाद विकास ने धर्म परिवर्तन की बात कबूल कर ली । अब उसकी फिर से हिंदू धर्म में वापसी कराई जाएगी । आरोपी पर शीघ्र ही कार्रवाई की जाएगी ।
संदर्भ : पत्रिका