- धर्मांध ईसाई पुलिस !
- ‘सहिष्णूतावादि’यों को, ईसाईयों की यह ‘असहिष्णूता’, नहीं दिखती ?
कन्याकुमारी (तमिलनाडू) : ईसाई बहुसंख्यक कन्याकुमारी जनपद में कोट्टालुमोडू भगवती अम्मन मंदिर है । प्रतिवर्ष धूप के माह में इस मंदिर में उत्सव मनाया जाता है । इस समय देर मध्यरात तक आतिषबाजी की जाती है । इस वर्ष चुनाव की पार्श्वभूमिपर पुलिस ने आतिषबाजी की अनुमती नहीं दी; परंतु अनुरोध करने पर उन्होंने रात के १० बजे के पूर्व आधा घंटा आतिषबाजी करने की अनुमति दी । हिन्दु श्रद्धालुओं ने इस शर्त को मानकर आतिषबाजी की । (धर्मशिक्षा के अभाव के कारण ही हिन्दु, मंदिर में आतिषबाजी करते हैं ! ‘राष्ट्र एवं धर्म’ की हानी टालने हेतु ऐसे कृत्यों को रोकना आवश्यक ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस समय कुछ हिन्दु लडके भी आतिषबाजी कर रहे थे । उन को इस शर्त की जानकारी नहीं थी । नियमों को भंग किए जाने से पुलिसकर्मी बूट पहनकर मंदिर में घुस गए तथा उन्हों ने वहां उपस्थित बच्चे एवं महिलाओं से अमानवीय मारपीट की ! (ईसाई पुलिस इस प्रकार से किसी मस्जिद में घुस सकते हैं ? हिन्दुओं का प्रभावशाली संगठन ना होने के कारण ही धर्मांध पुलिस इस प्रकार का कुकृत्य करने का साहस दिखाती है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
इस समय पुलिस ने मंदिर की मूर्तियोंपर लाठीयां चलाईं, साथ ही पूजा सामग्री की बरबादी की । (प्रसारमाध्यमों को यह सब नहीं दिखता ? हिन्दुओं पर होनेवाले आघातों की उपेक्षा करनेवाले ऐसे प्रसारमाध्यमों का बहिष्कार करें ! ऐसी पुलिसपर कठोर कार्रवाई होने हेतु हिन्दुओं को संगठित होकर वैधानिक मार्ग से विरोध करना आवश्यक है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात