विश्व हिंदू परिषद के पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रमुख अंबरीश सिंह ने कहा है कि, यह शिविर युवाओं में जोश भरने के लिए आयोजित किया गया था ।
वहीं, ऑल इंडिया मिली काउंसिल के वरिष्ठ नेता खालिक अहमद खान ने अंबरीश की गिरफ्तारी की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि, यह शिविर साफ तौर पर मुसलमानों को निशाना बनाकर आयोजित किया गया था ।
अंबरीश सिंह ने बीबीसी से बातचीत में कहा कि, शिविर में युवाओं में शौर्य और देश और समाज के लिए काम करने का भाव भरा जाता है । उन्होंने बताया कि, प्रशिक्षण शिविर प्रत्येक वर्ष दिनों के लिए लगाया जाता है और यह दो तरह का होता है, बौद्धिक और शारीरिक ।
उन्होंने कहा कि, बौद्धिक शिविर में देश-समाज की परिस्थितियां और उसमें सहभागिता की बात होती है, जबकि, शारीरिक प्रशिक्षण में मन के अंदर का भय मिटाया जाता है । यह पूछे जाने पर कि, किस तरह का भय मिटाने की कोशिश होती है, अंबरीश कहते हैं कि, देश में जो भी समस्याएं हैं उससे निबटने के लिए । जैसे गोहत्या रोकने के लिए । उनका कहना है कई बार गो तस्करी रोकने के लिए कार्यकर्ताओं को जाना पडता है । शासन को यदि पता नहीं है कि, तस्करी हो रही है और ऐसे लोग रास्ते में पकडे जाएं तो उन्हें प्रशासन के आने तक रोकना पडता है ।
शिविर में मुस्लिम समुदाय को हमलावर के रूप में दिखाए जाने के लिए कुछ लोगों के टोपी पहनने के विवाद पर उनका दावा है कि, किसी ने टोपी नहीं पहनी थी । धूप थी इसलिए कुछ लोगों ने सिर पर कपडा रखा था । अंबरीश का कहना है कि, शिविर में प्रशिक्षण चल रहा था कि, यदि कोई घुसपैठ कर रहा हो तो उसे कैसे रोकना है ? उसके बाद भारत माता की जय के नारे लगाए गए । हमारा किसी के प्रति कोई भाव नहीं है । सरकार चाहे तो इसकी जांच करा ले । उन्होंने कहा कि, ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलने और ‘गर्दन कटाने’ की बात करनेवाले भी इसी देश में हैं, ‘भारत माता को डायन’ कहनेवाले भी यहीं हैं, पर हम उनसे अपनी तुलना नहीं करना चाहते ।
वहीं, खालिक अहमद खान ने दावा किया कि, जब इस प्रशिक्षण के बारे में प्रशासन से बात की गई तो बताया गया कि, वे चरमपंथियों के विरुध्द लढने का प्रशिक्षण दे रहे हैं । उन्होंने बताया कि, बजरंग दल के लोगों ने खुलकर कहा है कि, वो उन लोगों के विरुध्द हैं जो ‘भारत माता की जय’ नहीं करते, ‘वंदे मातरम’ नहीं कहते और ‘बाबरी मस्जिद दोबारा बनाने’ की बात करते हैं । इससे साफ है कि, मुस्लिम समुदाय के विरुध्द किया जा रहा है ।
खालिक ने सवाल किया कि, यदि हम आईएसआई के विरुध्द लढने की बात कहें, पोस्टर लगाकर लोगों को इसमें सम्मिलित होने की बात कहें तो क्या हमें इसकी इजाजत मिलेगी ? खान का आरोप है कि, भाजपा सरकार स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर रही, वह संघ की विचारधारा के अनुसार से काम कर रही है । उन्होंने आरोप लगाया कि, हमारे पुलिस बल में सांप्रदायिक लोग हैं, सेना में भी इस तरह के तत्व हैं ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजी बृजलाल सेवानिवृत होने के बाद भाजपा में सम्मिलित हो गए । कर्नल पुरोहित इसका उदाहरण हैं । ऐसे लोग पहले भाजपा में सम्मिलित होते हैं और भाजपा की विचारधारा बढाते हैं ।
स्त्रोत : बीबीसी हिन्दी