कोलोन : २८ से ३१ के बीच की आयु के तीन धर्मांध पाकिस्तानियों को जर्मनी में शरण चाहिए था, उनके विरुध्द जांचकर्ताआें ने जांच शुरू की है । छुट्टी के दिन एक संगीत उत्सव के समय दर्जनों महिलाओं ने इन पर यौन उत्पीडन का आरोप लगया है । सूत्रों का कहना है कि, इनके साथ दो या तीन अन्य लोग भी थे जिनकी पहचान कर ली गई है ।
नए वर्ष के अवसरा पर जर्मनी के कोलोन शहर में व्यापक स्तर पर यौन उत्पीडन की वारदात सामने आई थी । इन घटनाआें के बाद जर्मनी में शरणार्थियों को शरण देने की नीति की कडी आलोचना हो रही है । जर्मनी के कुलपती एंगेला मर्केल को इस कारण काफी आलोचना सहनी पड रही है । इस मामले में पुलिस प्रमुख को त्यागपत्र भी देना पडा था ।
जर्मनी की पश्चिमी शहर डरमस्टैड में उत्सव के कारण तीन से चार लाख लोग जुटे थे । २६ महिलाओं ने उत्पीडन की शिकायत की थी । उत्सव के समय १८ लोग घायल भी हुए थे । बुधवार को एक प्रवक्ता ने इसकी आधिकारिक रूप से जानकारी दी थी । कई महिलाओं ने कहा कि, वे चारों आेर से १० पुरुषों के एक समूह से घिरी थीं । सार्वजनिक प्रसारमाध्यमों से पुलिस ने कहा, ‘इन पुरुषों ने महिलाओं से संपर्क किया और साथ में डांस किया । डांस के समय इन्होंने छेडछाड की । पुलिस का कहना है कि, ये महिलाओं को जबर्दस्ती छू रहे थे ।
पुलिस का कहना है कि, संदिग्ध धर्मांध उत्तर अफ्रीकी और अरब पहचान वाले थे ।
संदर्भ : नवभारत टाइम्स