‘पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन २०१६’
‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु १९ जून से गोवा में अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का आयोजन ! – हिन्दू जनजागृति समिति
• ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु कृति कार्यक्रम सिद्ध होगा !
• देश-विदेश के १२५ से अधिक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के ४१५ से अधिक प्रतिनिधि सहभागी होंगे !
फरीदाबाद : ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का राष्ट्रव्यापी संगठन खडा करने के लिए १९ से २५ जून की कालावधि में गोवा में अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन का आयोजन किया गया है, हिन्दू जनजागृति समिति के पंजाब एवं हरियाणा राज्य समन्वयक श्री. सुरेश मुंजाल ने यहां यह जानकारी दी। अधिवेशन का यह ५ वां वर्ष है।
इस अधिवेशन की विस्तृत जानकारी देने हेतु हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से १० जून को फरीदाबाद में आयोजित पत्रकार परिषद में वे बोल रहे थे।
इस अवसर पर फरीदाबाद के हिन्दुत्वनिष्ठ श्री. अजित पटवा, हिन्दू लीगल सेल संगठन के सचिव तथा प्रवक्ता अधिवक्ता श्री. प्रशांत पटेल, सनातन संस्था की कु. कृतिका खत्री एवं हिन्दू स्वाभिमान संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्षा अधिवक्ती श्रीमती चेतना शर्मा आदि मान्यवर उपस्थित थे।
श्री. मुंजाल ने आगे कहा,
१. देश में हिन्दुत्वनिष्ठ पक्ष सत्ता में होते हुए भी हिन्दुओं की पिछले अनेक वर्ष से की गई मांगें अब तक अपूर्ण हैं ! कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन, धारा ३७० रद्द् करना, गोवंश हत्या पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाना तथा राममंदिर स्थापित करना आदि विषयों पर सरकारद्वारा कोई निश्चित भूमिका नहीं अपनाई गई है।
२. इसलिए हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से इस अधिवेशन के माध्यम से ‘हिन्दू राष्ट्र’ की आवाज हिन्दुओं तक पहुचाई जाएगी !
३. पिछले अधिवेशन में निश्चत किए गए सूत्रों के अनुसार देहली एवं फरीदाबाद में राष्ट्र एवं धर्म पर होनेवाले आक्रमणों के विरोध में अनेक आंदोलन किए गए। इस में इसिस विरोधी आंदोलन तथा जेएनयू की देशद्रोही घोषणाओं के विरोध में आंदोलन अंतर्भूत थे।
४. इसके अतिरिक्त १९ एवं २० दिसंबर २०१५ को स्थानीय हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को संघटित करने हेतु देहली में राज्यस्तरीय हिन्दू अधिवेशन का भी आयोजन किया गया था।
६. इस अधिवेशन में ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु समान कृति कार्यक्रम निश्चित किया जाएगा एवं उसके अंतर्गत पूरे वर्ष के आगामी उपक्रमों की दिशा सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर अधिवक्ता श्रीमती चेतना शर्मा ने कहा कि, सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को एक व्यासपीठ पर आने के उद्देश्य से इस अधिवेशन का आयोजन किया गया है। सभी को आपसी भेदभाव को भूल कर ‘एक हिन्दू’ के रूप में इस अधिवेशन में सम्मिलित होना चाहिए।
अधिवक्ता श्री. प्रशांत पटेल ने कहा कि, अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर ‘हिन्दू धर्म’ को कलंकित करनेवालों के विरोध में हम वैधानिक मार्ग से विरोध कर रहे हैं। कलियुग में संगठन में ही शक्ति होने से हम सब मिल कर इस अधिवेशन के माध्यम से प्रयास कर रहे हैं।
कु. कृतिका खत्री ने कहा कि, ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करने हेतु हम सभी लोग ईश्वरीय आधार लेकर सक्रिय रहेंगे !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात