भुवनेश्वर : देहली के ‘गोज्ञान प्रतिष्ठान’ तथा ‘भारत रक्षा मंच’ इन संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ज्ञापन प्रस्तुत कर ओडिशा से बंगाल तथा बांग्लादेश में गोहत्या हेतु गोवंशों की, की जानेवाली तस्करी प्रतिबंधित करने हेतु प्राथमिकता दर्शाने की मांग की है !
१. इस ज्ञापन में यह प्रस्तुत किया है कि, ओडिशा से प्रति दिन ४ सहस्र गोवंशों की हत्या हेतु तस्करी की जाती है। राज्य के, बालासोर सीमा से राज्य के बाहर तस्करी की जा रही है !
२. यह दुर्दैव की बात है कि, इन तस्करों के आतंकवादी, मादक पदार्थों के व्यापारियों के साथ निकट के संबंध हैं। इस बात का केंद्रीय गृहमंत्रालय को पता होते हुए भी उन पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की जाती !
३. ‘गोज्ञान प्रतिष्ठान’ की प्रवक्ती श्रीमती जगप्रीत लुथराद्वारा यह सूचना प्राप्त हुई है कि, देश में सबसे अधिक मात्रा में गोवंशों की तस्करी ओडिशा से ही की जा रही है !
४. श्रीमती जगप्रीत लुथरा गत कुछ सप्ताह से ओडिशा के पुलिस अधीक्षकों से संपर्क कर रही हैं। उन्हें पुलिस विभागद्वारा सकारात्मक प्रतिसाद प्राप्त हुआ; किंतु तस्करों की संख्या अधिक होने के कारण पुलिस अधिकारी भी, उनके आगे हतबल हो गये हैं !
५. ‘भारत रक्षा मंच’ के सहसमन्वयक श्री. मुरली मनोहर शर्मा ने यह आशा व्यक्त की है कि, ‘इन तस्करों के पुलिस एवं स्थानीय राजनेताओं के साथ घनिष्ठ संबंधों को देखते हुए केंद्रशासन ही कुछ कदम उठाये, तो ही इस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता हैं !’
गोसेवा मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद का मृतदेह भाक्रा नांगल धरण में पाया गाया !
गोतस्करों की ओर से हत्या की जाने का संदेह
भाक्रा नांगल (पंजाब) – गत ५ दिनों से संदेहात्मक रूप से लापता राष्ट्रीय गोसेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद का मृतदेह भाक्रा नांगल धरण के प्रवेश द्वार के निकट पाया गया।
यह मृतदेह पुलिस ने शवविच्छेदन हेतु भेजा है।
स्वामी कृष्णानंद के भक्तों ने भाजप-अकाली दल शासन की ओर स्वामी को सुरक्षा देने की मांग पहले से ही की थी।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात