उत्तेजक सेवन के कारण प्रतिबंधित टेनिसपटू मारिया शारापोवा पर शालेय पाठ्यपुस्तक में पाठ !
हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पाठ को त्वरित हटाने की मांग !
पणजी : गोवा राज्य में कक्षा ९ वीं के अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक में प्रतिबंधित उत्तेजक पदार्थों का सेवन करने से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेलने के लिए प्रतिबंधित रशिया की टेनिस खिलाडी मारिया शारापोवा के संदर्भ में एक पाठ अंतर्भूत किया गया है !
ऐसे अवैध कृत्य करनेवाले खिलाडियों पर आधारित पाठ के कारण बालकों के समक्ष गलत आदेश प्रस्तुत किया जा रहा है !
इसलिए हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा पाठ्यपुस्तक से त्वरित इस पाठ को हटाने की मांग की गई है। इस विषय में समिति की ओर से शिक्षण विभाग को ज्ञापन दिया जाएगा। समिति के गोवा राज्य समन्वयक आधुनिक वैद्द्य श्री. मनोज सोलंकी ने ऐसा बताया।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशनद्वारा उत्तेजक सेवन के प्रकरण में रशिया की टेनिसपटू मारिया शारापोवा को प्रतियोगिता में खेलने पर २ वर्ष के लिए प्रतिबंध लगाया गया है। यह प्रतिबंध २६ जनवरी २०१६ से चालू है एवं २५ जनवरी २०१८ तक रहेगा ! इसलिए, इस कालावधि में किसी भी स्वरूप में उसका स्पर्धात्मक टेनिस खेलना संभव नहीं होगा।
बिहाव्ह राष्ट्रीय शिक्षा एवं संशोधन मंडल के एन.सी.आर.टी. के गोवा शिक्षण मंडल की कक्षा ९ वीं के अंग्रेजी पाठ्यपुस्तक में ऐसी विवादास्पद मारिया शारापोवा के विषय में ‘रिच फॉर द टॉप पार्ट २’ पाठ का समावेश किया गया है। यह पाठ हटाने की मांग करनेवाले हिन्दू जनजागृति समिति के आधुनिक वैद्द्य श्री. मनोज सोलंकी ने कहा कि, मारिया शारापोवा ने पैसा एवं प्रसिद्धि की प्राप्ति हेतु अवैधानिक मार्ग का उपयोग किया है। ऐसे व्यक्ति का पाठ बच्चों को चरित्र एवं नैतिकता के संदर्भ में क्या सीख देगा ?
भारत की अपेक्षा विदेश की सामाजिक स्थिति पृथक है एवं भारत में अनेक महान व्यक्ति हैं। फिर भी एक विदेशी व्यक्ति पर पाठ क्यों रखा गया ? पाठ्यपुस्तकों में छात्रों को वास्तव में आदर्श सिद्ध होंगे, ऐसे भारत के महान विभूतियों पर पाठ अंतर्भूत किए जाने चाहिए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात