लखनऊ – अलीगढ के अचलताल स्थित आर्यसमाज मंदिर में चल रहे आर्य वीरांगना चरित्र निर्माण एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में लव जिहाद के खिलाफ प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिविर की संयोजिका दीपिका आर्या ने साफ कहा कि, लव जिहाद के चक्कर में हिंदू लडकियों को नहीं आना चाहिए। भारतीय संस्कृति-सभ्यता के दायरे में उन्हें रहना चाहिए।
आर्यसमाज मंदिर में १२ जून को आठ दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ था। शिविर में छात्राओं को बंदूक व लाठी, तलवार चलाना, जूडो-कराटे आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही लव जिहाद के विरूद्ध अभियान कैसे चलाएं ? हिंदू लड़कियों को कैसे सतर्क करें? आदि बातें बताई जा रही हैं। सुबह चार बजे से दिनचर्या शुरू हो जाती है और रात १० बजे तक कार्यक्रम चलते रहते हैं।
स्त्रोत : जागरण