यवतमाळ : वणी के तहसील चौक तथा यवतमाळ के दत्त चौक में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ के अंतर्गत ‘धरना’ आंदोलन संपन्न हुआ।
उस समय ये मांगे की गई कि, ‘साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर, कर्नल प्रसाद पुरोहित पर अनन्वित अत्याचार करनेवाले अधिकारियों के विरोध में कडी कार्रवाई करें, बालभारती की कक्षा ६ वी के पुस्तक में अरुणाचल प्रदेश को भारत के मानचित्र से निकालनेवाले अधिकारियों पर कडी कार्रवाई करें, काश्मीर के हिन्दुओं के हरि पर्बत टेकडी का ‘कोह-ए-मारन’ नामकरण निरस्त करें !’
इस आंदोलन में वारकरी संप्रदाय, हिन्दू महासभा, योग वेदांत सेवा समिति के कार्यकर्ता सम्मिलित हुए थे। उस समय चलाये गए ‘हस्ताक्षर अभियान’ में ३०० से ३२० लोगों ने निवेदन पर हस्ताक्षर किए।
धर्मरक्षा का कार्य करनेवालों के ऊपर ह.भ.प. शिरभाते महाराज का आशीर्वाद है !
आंदोलन की सफलता के लिए वारकरी संप्रदाय, हिन्दू महासभा, योग वेदांत सेवा समिति, साथ ही धर्मशिक्षण वर्ग के धर्माभिमानियों ने परिश्रम किए।
ॐ विना योग नहीं एवं योग विना ॐ नहीं ! – श्री. लक्ष्मणलाल खत्री, हिन्दू महासभा
‘ॐ विना योग नहीं एवं योग विना ॐ नहीं !’ ऐसा कहते हुए हिन्दू महासभा के श्री. लक्षमणलाल खत्री ने आगे कहा कि, निद्रिस्त हिन्दू समाज को जागृत करनेवाले, ये ‘हिन्दू जनजागृति समिति तथा सनातन संस्था’ नामक संगठन हैं। वे आप के द्वार पर आने के पश्चात उन्हें तन, मन, धन से सहकार्य करें। उनका सहयोग दें !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात