वर्धा के जिलाधिकारी को विविध मांगों का ज्ञापन प्रस्तुत
वर्धा : कश्मीर के हरि पर्वत नामक पर्बत का ‘कोह-ए-मारन’ नामकरण करना, योग से ॐ का उच्चारण हटाना, बालभारती की छठीं कक्षा की पाठ्यपुस्तक में की गई गंभीर गलतियां, साध्वी प्रज्ञासिंह ठाकुर, कर्नल प्रसाद पुरोहित एवं अन्य हिंदुत्ववादियों के साथ किया गया शोषण आदि सूत्रों के विरोध में वर्धा में १५ जून को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ किया गया।
इस समय भागवताचार्य श्रीमती लतादेवी पुजारी, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शशिकांत पाध्ये, श्रीमती सुमति सरोदे एवं सनातन संस्था की श्रीमती स्मिता हरदास एवं श्रीमती रत्ना हस्ती उपस्थित थीं।
इस विषय का ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय के अधीक्षक श्री. प्रमोद कदम को सौंपा गया।
अपने संबोधन में, श्रीमती लतादेवी तिवारी ने इस समय कहा कि,
१. योग से ॐ को हटाना अयोग्य है। ॐ ही सभी बातों का मूल स्वरुप है !
२. बालभारती की पुस्तक में इतिहास का विकृतीकरण रुकना चाहिए, यह विकृतीकरण जानबूझकर किया गया है, जो भारत से संबंधित है ! यहां संस्कृति की रक्षा होनी ही चाहिए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात