आनंद पाटील इंजिनिअरिंग सर्व्हिसेस के निर्देशक श्री. आनंद पाटिल ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में उपस्थितोंको मार्गदर्शन करते हुए कहा, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन, साथ ही अनेक धर्माभिमानी व्यक्तिगत रूप से धर्मरक्षा हेतु तन, मन एवं धन का त्याग कर कार्य करते हैं । ऐसे धर्माभिमानियों को धर्मांध, साथ ही पुलिस एवं प्रशासन के विरोध का सामना करना पडता है । ऐसे समय में इन धर्माभिमानियों की सहायता करना उद्योगपतियों का दायित्व है । धर्म के लिए आगे आनेवाले धर्माभिमानियों को जब पुलिस बंदी बनाती है, तब उनकी कानूनी सहायता करनी चाहिए । कभी-कभी धर्मांध उनपर आक्रमण करते हैं । ऐसे समय में घायल धर्माभिमानियों का वैद्यकीय व्यय (खर्चा उठाना) करना, साथ ही उनके परिजनों को मानसिकरूप से आधार देना भी उद्योगपतियों का दायित्व है । इस दायित्व की भावना को ध्यान में लेकर धर्मसंस्थापना के कार्य में विविध हिन्दु उद्योगपतियों का आगे आना, यह अच्छी बात है ।