विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) - पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के तृतीय दिवस में फोरम ऑफ नेपालीज मीडिया के अध्यक्ष प्रा. निरंजन ओझा ने अपना कडा मत व्यक्त करते हुए कहा कि, जब भारत परतंत्र था, तब भी नेपाल स्वतंत्र हिन्दू राष्ट्र था । आज नेपाल निधर्मी बन गया है; क्योंकि उसे भारत के राज्यकर्ताआें ने, यहां के कुछ साम्यवादियों ने, निधर्मीवादियों ने प्रोत्साहित किया । भारत में कार्यरत ईसाई मिशनरियां नेपाल को निधर्मी बनाकर वहां ईसाईकरण करने का अवसर साध्य करना चाहती थीं । इसलिए अब यदि नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाना हो, तो भारत के हिन्दुआें को ही नेपाल के शासन पर दबाव बनाना चाहिए । वे पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में २१ जून को सायंकालीन सत्र में बोल रहे थे ।
प्रा. ओझा बोले कि, नेपाल में आज भी ८१ प्रतिशत हिन्दू हैं । ईसाई मिशनरियां वहां की बौद्ध जनता का धर्मपरिवर्तन कर रही हैं । भूकंपग्रस्तों को भी धर्मपरिवर्तन का प्रलोभन देकर ईसाइयों ने सहायता की है । इसलिए भारत के छोटे भाई नेपाल को बचाने के लिए भारतीय पहले हिन्दू राष्ट्र बनाने का प्रयास करें !