रामनाथी (गोवा) – तमिलनाडू के हिन्दू मक्कल कच्छी (हिन्दू जनता पक्ष) संगठन के अध्यक्ष अर्जुन संपथ ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिन में प्रतिपादन किया कि, तमिलनाडू के हिन्दुआें का संबंध हिन्दू धर्म से तोडने के लिए वहां के मूलनिवासी द्रविड हैं, यह कोलाहल किया जा रहा है । वर्ष १९६७ से यह षड्यंत्र चल रहा है । राजनीति करनेवाले जनप्रतिनिधी द्रविडों को हिन्दुआें से तोडकर, जाति-जाति में फूट डालकर तमिलनाडू से हिन्दुत्व को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं । ऐसा होते हुए भी हम उनका षड्यंत्र सफल नहीं होने देंगे । हिन्दू मक्कल कच्छी संगठन तमिलनाडू में हिन्दू राष्ट्र स्थापित किए बिना शांत नहीं बैठेगा । तमिलनाडू के हिन्दू मक्कल कच्छी (हिन्दू जनता पक्ष) संगठन के अध्यक्ष और श्रीलंका के हिन्दुआें की रक्षा के लिए देश विदेश में प्रयास करनेवाले श्री. अर्जुन संपथ ने प्रार्थना करते हुए कहा कि, सनातन संस्था के परात्पर गुरु डॉ. जयंत आठवलेजी और यहां उपस्थित संत हमें आशीर्वाद दें तथा हमें आध्यात्मिक बल प्रदान करें । वे पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में २१ जून को सायंकालीन सत्र में बोल रहे थे ।
श्री. अर्जुन संपथ बोले कि,
१. आज तमिलनाडू में जयललिता, करुणानिधि जैसे लोग स्वयं को जनता का नेता कहते हैं, उन्होंने केवल जाति-जाति की राजनीति की है ।
२. ब्राह्मणद्वेेष उनका मुख्य शस्त्र है तथा अन्य हिन्दुआें को आप आर्य नहीं अपितु मूलनिवासी हैं, यह कहकर राजनीतिक रोटी सेंकने का प्रयास किया जाता है ।
३. चित्रपट क्षेत्र का अवास्तव महत्त्व निर्माण कर समाज और राष्ट्र को तिलांजली दी है ।
४. आज के जयललिता शासन में भी बमविस्फोटकों के समर्थकों का समावेश है ।
५. यहां के हिन्दुआें के देवालयों में भी ईसाई और मुसलमान न्यासियों नियुक्ति की जा रही है ।
६. अनेक न्यायाधीशों को भी ईसाई, मुसलमान और निरीश्वरवादियों ने क्रय कर लिया है । इसलिए हिन्दुआें को न्याय मिलना कठिन हो गया है ।
७. हिन्दुत्व का कार्य करनेवालों को उजागर धमकियां दी जाती हैं । हिन्दुआें की हत्या होती है; परंतु राज्यकर्ताआें को उससे कोई सरोकार नहीं है ।
८. यह स्थिति परिवर्तित करने के लिए हिन्दू राष्ट्र तमिलनाडू के हिन्दुआें की अत्यावश्यक आवश्यकता है ।