हिन्दु धर्म के संदर्भ में अमूल्य कार्य के लिए सुरेश चव्हाण के सम्मानित !
- हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के उपक्रमों की प्रसिद्धी हेतु विशेष प्रयास करने का आश्वासन
- स्थानीय समाचारवाहिनियां एवं आकाशवाणी द्वारा हिन्दु राष्ट्र का कार्य करने की अभिनव योजना
रामनाथी (गोवा) – भारत में ७३२ दूरचित्रवाहिनियां है, उन में ४२० समाचारवाहिनियां हैं । इन में से अधिकांश वाहिनियों में विदेशी पैसों का निवेश हुआ है । भारत में स्थित देवालयों को उन के पास आनेवाली अर्पणराशि अधिकोष में रखनी आती है; परंतु इन पैसों का कहीं भी निवेश करने की उन को अनुमति नहीं है; परंतु विदेश में स्थित चर्चों को उन के पास होनेवाले पैसों का व्यावसायिक कारणों के लिए निवेश करने का अधिकार है । इसलिए विदेश में स्थित विविध चर्च अपने पैसों का व्यावसायिक कारणों के लिए तथा धार्मिक कारणों के लिए भारतिय प्रसारमाध्यमों में निवेश कर रहे हैं । फलस्वरूप भारत के माध्यम हेतुपुर्वक हिन्दु धर्म के विरोध में कार्यरत हैं । यह सत्यस्थिति सुदर्शन न्यूज के निर्देशक संपादक श्री. सुरेश चव्हाण ने प्रकट की । वे २१ जून को सायंकालीन सत्र में हिन्दु राष्ट्र-स्थापना में प्रसारमाध्यमों की भूमिका विषयपर बोल रहे थे ।
इस मार्गदर्शन के पूर्व हिन्दुत्व को समर्पित सुदर्शन समाचारवाहिनी द्वारा किए हुए बहुमोल कार्य के लिए श्री. सुरेश चव्हाणके को भारतिय हिन्दु अधिवेशन की ओर से हिन्दु जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. (डॉ.) चारुदत्त पिंगळेजी के शुभहस्तों पुष्प, प्रसाद एवं श्रीकृष्णजी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया ।
श्री. चव्हाण के ने बताया कि,
१. आज विविध वाहिनियोंपर चल रहे धारावाहियों में निधर्मीपन का पोषण करनेवालों को शांतिप्रिय तथा हिन्दुत्वनिष्ठो को आक्रामक एवं विकृत रूप में दिखाया जाता है ।
२. धारावाहियों में यदि कोई प्रेमप्रकरण हो, तो उस में लडकी को हिन्दु एवं लडके को मुसलमान दिखाया जाता है ।
३. यहां की समाचारवाहिनियां हिन्दुत्व का अच्छा कार्य तो दिखाती ही नहीं, उस के विपरीत नास्तिकवादियों का उदात्तीकरण करती हैं ।
४. इस के पीछे वास्तविक कारण यह है कि, उन्हें भारतिय संस्कृति को नष्ट कर पश्चिमी संस्कृति का पोषण करना है ।
हिन्दुद्रोह का मुंहतोड प्रत्युत्तर देने हेतु श्री. चव्हाण के ने बताई हुई अभिनव योजना
श्री. चव्हाणके ने कहा कि, हिन्दुद्रोह के मुंहतोड प्रत्युत्तर देने के लिए हिन्दुआें को कुछ बडा करने की अनेक्षा शासन द्वारा उपलब्ध की जानेवाली योजनांका लाभ उठाना चाहिए । भारत शासन ने स्थानीय दूरचित्रवाहिनियां एवं आकाशवाणी केंद्र (एफ्.एम्) के लिए १०० करोड रूपए आवंटित किए हैं । इसलिए हिन्दुआें को अत्यल्प व्यय में चलनेवाले इन माध्यमों को अपनाना चाहिए । सामाजिक जालस्थानों द्वारा अपने विचारों का प्रभावशाली प्रसार किजिए । यह जालस्थान कुछ मात्रा में तो हमारे लिए सहायक सिद्ध होंगे । इन विविध योजनाआें द्वारा हिन्दुत्वनिष्ठ धर्म के संदर्भ में अधिक मात्रा में एवं प्रभावशाली रूप से यह कार्य कर सकते हैं ।
हिन्दुत्वनिष्ठों, आप के समाचार हमें भेजें ! – चव्हाणके
श्री. चव्हाण के ने कहा कि, हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन अपने उपक्रमों के समाचार तथा उस का चित्रीकरण हमें भेजें । उस के लिए इस अधिवेशन की समाप्तितक एक संपर्क क्रमांक दिया जाएगा । इन समाचारों को हम प्रसारीत करेंगे, जिस से हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों को लाभ होगा !