विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) – शिवसेना के तेलंगाना राज्यप्रमुख टी. एन्. मुरारी ने अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिवस पर तेलंगाना राज्य के निर्माण में उस्मानिया विश्वविद्यालय के वामपंथी विचारधारा होनेवाले विद्यार्थियों का बडा सहभाग था । इन विद्यार्थियों ने भाग्यनगर के उस्मानिया विश्वविद्यालय में बीफ पार्टी (गोमांस भोज) का आयोजन किया था । इस भोज के लिए ओवैसी के एम्आयएम् इस राजनीतिक दल का भी समर्थन था । इस कार्यक्रम के विरोध में केवल हिन्दु जनजागृति समिति एवं शिवसेना खडी हुईं । हम किसी भी परिस्थिति में यह भोज होने नहीं देंगे, यह हमने निश्चय किया । इस कार्यक्रम के विरोध में अन्य संगठनों को भी जागृत किया । जिलाधिकारियों को निवेदन सौंपा । उसके कारण जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नकारी ।
तदुपरांत वह उच्च न्यायालय में गए तथा वहां भी उनके हाथ असफलता ही लगी । ऐसा होते हुए भी इन विद्यार्थियों ने यह कार्यक्रम करना निर्धारित किया । परिणामस्वरूप हिन्दुत्वनिष्ठोंने भी इस विश्वविद्यालय में श्री सरस्वतीपूजन एवं श्री गोपूजन करना निर्धारित किया । तदुपरांत अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताआें का सहभाग बढा । उसके संदर्भ में शहर में भित्तिपत्रिकाएं लगाई गईं । उसके पश्चात सरकारने ने १६ कार्यकर्ताआें को बंदी बनाया । इस विरोध के पश्चात भी हमने १० दिसंबर को विश्वविद्यालय में घुसकर श्री सरस्वती देवी एवं गोमाता का पूजन किया । इसलिए धर्मकार्य करते समय केवल संख्या नहीं, अपितु संकल्प का विचार करना आवश्यक है । धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को इस बीफ पार्टी का आयोजन कर शहर में दंगा भडकाकर उसका नगरपालिका के चुनाव में लाभ उठाना था ।