रामनाथी (गोवा) – बांग्लादेश की घुसपैठ के विरोध में कार्य करते समय हुए अनुभवों के विषय में बताते हुए श्री. सूर्यकांत केळकर बोले, बांग्लादेश सेे करोडों की संख्या में मुसलमान घुसपैठिए भारत में घुस गए हैं । उन्होंने हिन्दुआें की भूमि हडप ली है तथा उनके कारण अपराध भी बढे हैं । कथित धर्मनिरपेक्ष लोग राजनीति के लिए ऐसे घुसपैठियों को मतदार बनाते हैं । बांग्लादेश से हिन्दू और मुसलमान दोनों ही भारत में आए हैं; परंतु बांग्लादेशी हिन्दू प्रताडना के कारण प्राण बचाने हेतु भारत में आए हैं, तो बांग्लादेशी मुसलमान नौकरी के नाम पर अवैधानिक रूप से भारत में घुसे हैं । वर्ष २००१ की जनगणना के अनुसार बांग्लादेश के एक करोड नागरिक लापता हैं । नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रशासन ने बांग्लादेशी सरकार के साथ अनुबंध किया है । उस अनुबंध के अनुसार सीमा निश्चित की गई है तथा गांवों का भी आदान प्रदान हुआ है; परंतु इस अनुबंध में बांग्लादेश के पीडित हिन्दुआें की सुरक्षा के विषय में तथा बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या के विषय में कुछ निश्चित नहीं किया गया है । इस अनुबंध के अनुसार भारत ने बांग्लादेश को १० सहस्र एकड भूमि अतिरिक्त दी है । सीमा निश्चित होने के कारण यद्यपि भविष्य में होनेवाली घुसपैठ पर रोक लगी हैे, तथापि अब तक भारत में मुसलमानों की अवैध घुसपैठ के संदर्भ में ठोस उपाययोजना तथा कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है ।
इस समस्यापर उपाय स्वरूप भारत रक्षा मंच ने सुझाया है कि,
१. विस्थापित दर्जा प्राप्त करने के लिए घुसपैठिए निश्चित समय में अपनी जानकारी दें तथा जो काम के लिए आए हैं, वे work permit (नोैकरी की अनुज्ञप्ति) प्राप्त करें ।
२. ऐसा न करनेपर कुछ समय पश्चात पुलिस की सहायता से अभियान चलाकर जानकारी न देनेवालों तथा जिनके पास work permit (नौकरी की अनुज्ञप्ति) नहीं है, उन्हें घुसपैठिए ठहराया जाएगा ।
३. इसके साथ ही उन्हें घर उपलब्ध करवानेवालों, नौकरी देनेवालों अथवा किसी भी प्रकार की सहायता करनेवालों को दंड दिया जाएगा ।
मई २०१७ तक भारत रक्षा मंच इस समस्या का हल निश्चित खोज लेगा, ऐसा हमारा विश्वास है ।
भारत रक्षा मंच द्वारा उनके आंदोलन के दौरान की गई घोषणाएं
- आतंकवादी मार भगाओ, घुसपैठियों पर रोक लगाओ !
- घुसपैठ कराते वोट की खातिर, सेक्युलर गद्दार पुराने शातिर !
- सेक्युलर गद्दार कौन है ?, घुसपैठ देखकर मौन है !