रामनाथी (गोवा) – भारत स्वाभिमान के राज्यप्रमुख कमलेश बांदेकर ने यहां हो रहे अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिवस के अंतिम सत्र में प्रतिपादित करते हुए कहा, गोेवा के मंदिरों में बडी मात्रा में धार्मिक उत्सव मनाए जाते हैं; परंतु दुर्भाग्यवश इन उत्सवों में उतनी ही बडी मात्रा में जुआ खेला जाता है । इस में यहां के सहस्रों लोग सम्मिलित होते हैं । मंदिर समिति के सदस्य ही उनके उत्सवों में जुआ खेलते हैं । इस जुए में करोडों रूपयों के काले धन का चलनवलन होता है । इस जुए के पीछे स्थानीय राजनेत एवं पुलिस की सांठगांठ है । इसीलिए यह प्रकार अनेक दिनों से चल रहा है । जुए के जितने टेबल लगते हैं; उसपर पुलिस का हप्ता निर्धारित होता है । इतनाही नहीं, तो आपराधिक अन्वेषण विभाग (सीआयडी) को भी इस का अंश मिलता है । इसलिए वे भी वरिष्ठ स्तरपर इस का वास्तविक ब्यौरा नहीं भेजते ।
गोवा राज्य बाहर से यदि धनवान लगता होगा, तो यहां की अधिकांश जनता गरीब है । इसके पीछे का कारण यह जुआ है । उस से अधिक जुए के कारण होनेवाली धर्महानी गंभीर है । इस जुए को मैने विरोध करना प्रारंभ किया । उसके कारण गुंडों ने मेरे घरपर पथराव किया, साथ ही मुझे पुलिस के विरोध का भी सामना करना पडा । ऐसा होते हुए भी हमने हमारे प्रयास निरंतर रखे । उसके साथ ही मंदिर समितिआें का प्रबोधन भी चालू रखा । अब हमारे तहसिल में जुआ बंद हुआ है । राजनेता भी अब धीरे-धीरे उसमें से अपना सहभाग अल्प कर रहे हैं । कुछ मंदिर समितियों ने भी इन मेलों में जुआ लगाना बंद किया है । आनेवाले समय में उत्तर गोवा में चलनेवाला जुआ पूर्णरूप से बंद होगा, इस के विषय में हम आश्वस्त हैं ।