धर्मांतरण रोकने के लिए कानून का ज्ञान आवश्यक – अतुल जेसवानी, संस्थापक अध्यक्ष, हिन्दु सेवा परिषद, जबलपुर, मध्य प्रदेश

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अतुल जेसवानी, संस्थापक अध्यक्ष, हिन्दु सेवा परिषद, जबलपुर, मध्य प्रदेश

रामनाथी (गोवा) – हिन्दु सेवा परिषद के अतुल जेसवानी ने पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के चतुर्थ दिन में हुए उद्बोधन सत्र में उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठोंको प्रतिपादित करते हुए कहा, मुसलमान ‘लव्ह जिहाद’ तथा ईसाई लालच देकर हिन्दुआें का धर्मांतरण कर रहे हैं । जब एक लडकी मुसलमान युवक के साथ भागती है और उस से विवाह कर मुसलमान होती है, तब वह भी धर्मांतरण ही होता है । उसके पश्‍चात ऐसी लडकियों का जब शोषण होता है, तब सत्य उनके ध्यान में आता है । किंतु तब समय निकल गया होता है । इसमें हिन्दु लडकियों का जीवन ध्वस्त हो रहा है । यह कडवा सच हिन्दु लडकियों को समझाना अभी की कठिन हो रहा है; इसका कारण है धर्मशिक्षा का अभाव !

धर्मशिक्षा के अभाव के कारण ही मुसलमान एवं ईसाई हमपर भारी पड रहे हैं । आज हिन्दु अपने बच्चोंको सभी सुख-सुविधाएं देते हैं; परंतु उनपर योग्य संस्कार करना टालते हैं । इसलिए उनको अपने व्यवसाय से कुछ समय निकालकर अपने बच्चोंपर अच्छे संस्कार करने चाहिए । लव्ह जिहाद से हिन्दु लडकियों की रक्षा करते समय हमें कानून का ज्ञान होना आवश्यक है । कानून के माध्यम से हम इस धर्मांतरण को रोक सकते हैं ।

संगठनों के कार्यकर्ताआें को झुग्गी-झोपडियों में हिन्दुआें का संगठन करना चाहिए । जिस क्षेत्र में एक सामान्य दोपहिया वाहन नहीं जा सकता, ऐसे क्षेत्र में बहुत पहले से ही ईसाई मिशनरी पहुंचे हुए होते हैं । यह मिशनरी हिन्दुआें का नाम धारण कर सेवा की आड में धर्मांतरण करते हैं ।

जबलपुर में एक संस्कृतिहीन ‘संबंध पार्टी’ का आयोजन किया गया था । हमने इस पार्टी का विरोध किया । इस पार्टी को हम रोक तो नहीं सके; परंतु उस पार्टी में होनेवाले मदिरापानपर हम प्रतिबंध ला सके । जब इसी प्रकार की पार्टी का दूसरी बार आयोजन किया गया, तब हमने उस का प्रखरता के साथ विरोध किया । तब पुलिस ने इस पार्टी को अनुमति नहीं दी और यह पार्टी स्थगित हुई । ऐसे सभी भोज के आयोजक मुसलमान होते हैं ।

सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति के मार्गदर्शन के कारण धर्मकार्य संभव !

हिन्दुआेंपर हो रहे आघातों के विरूद्ध हिन्दु सेवा परिषद लड रही है तथा हमें अच्छी सफलता भी मिल रही है । यह धर्मकार्य सनातन संस्था एवं हिन्दु जनजागृति समिति द्वारा किए जा रहे मार्गदर्शन के कारण ही संभव हो रहा है । यह संगठन जो मार्गदर्शन करता है, उस प्रकार का मार्गदर्शन ९० वर्ष पुराना हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन भी नहीं करता ।

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