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राजनीति में घुसने की अपेक्षा निर्भयता पूर्वक धर्मकार्य करें – विधायक राजासिंह ठाकुर, तेलंगाना

पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के समापन समारोह में आवाहन !

प्रचंड घोषणाआें की गूंज में हिन्दूशेर श्री. राजासिंह ठाकुर का उपस्थित हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा अभिवादन !

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विधायक राजासिंह ठाकुर, तेलंगाना

विद्याधिराज सभागृह, रामनाथी (गोवा) – राजनीति यह कचरे के डिब्बे समान है । राजनीति में घुसने के पश्‍चात धर्मकार्य करने हेतु अनेक बंधन लगते हैं । राजनीति में जानेपर गुलाम बनना पडता है । पुरानी और वर्तमान राजनीति में अत्यधिक भेद है । पहले तत्त्वों के आधार पर राजनीति की जाती थी; परंतु आज यह परिस्थिति परिवर्तित हो गई है । इसलिए राजनीति में जाने का विचार न करते हुए निर्भयता से धर्मकार्य करते रहें । जो धर्मकार्य करता है, उसकी रक्षा साक्षात ईश्‍वर करते हैं, ऐसा आवाहन विधायक राजासिंह ठाकुर ने किया । वे रामनाथी (गोवा) में चल रहे पंचम अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन के समापन के समय बोल रहे थे । इस अवसर पर व्यासपीठपर सिरोही संस्थान, राजस्थान के महाराजाधिराज महाराव रघुवीरसिंहजी बहादुर, भोपाल (मध्यप्रदेश) स्थित धर्मपाल शोध पीठ के संचालक प्रा. रामेश्‍वर मिश्र आदि मान्यवर उपस्थित थे । श्री. राजासिंहजी ठाकुर में ब्राह्मतेज और क्षात्रतेज का अनोखा संगम है । उनके मार्गदर्शन के समय सभागृह घोषणाआें से गूंज उठा । व्यासपीठ पर उनकी उपस्थिति से हिन्दुत्व चैतन्य दमक रहा था । हिन्दुत्वनिष्ठ विचारों को कृति की जोड होने के कारण हिन्दुआें के सिंह श्री. राजासिंह के मार्गदर्शन से उपस्थितों में हिन्दुत्व की चेतना जाग उठी । प्रतिवर्ष के समान इस वर्ष भी श्री. राजासिंहजी ठाकुर का मार्गदर्शन संस्मरणीय सिद्ध हुआ ।

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टी. राजासिंह का सन्मान करते हुए पू. (डॉ) चारूदत्त पिंगळे

‘विधायक बनने के पश्‍चात अनेक बार हिन्दुत्व का कार्य रुका हुआ दिखाई देता है; परंतु श्री. राजासिंह ठाकुर अपवाद हैं । विधायक बनने के पश्‍चात भी उनका हिन्दुत्व की रक्षा का कार्य अविरत चल रहा है । उनका भी पू. डॉ. चारूदत्त पिंगळेजी के करकमलों से सत्कार किया गया ।

आमदार राजासिंह ठाकुरजी के क्षात्रतेजयुक्त मार्गदर्शन के वाग्बाण

१. कुछ दिनों पूर्व उस्मानिया विश्‍वविद्यालय में गोमांस उत्सव का आयोजन किया गया था । मतों की राजनीति के लिए झुकते हुए वहां के स्थानीय राज्यकर्ताआें ने भी इस उत्सव का कोई विरोध नहीं किया । उस समय हमने गोमांस उत्सव को प्रखर विरोध दर्शाया । हमने चेतावनी दी कि यदि ‘गोमांस उत्सव आयोजित किया गया, तो हम उसी क्षेत्र में सुअरमांस उत्सव आयोजित करेंगे ।’ हिन्दुआें द्वारा इस उत्सव को प्रखर विरोध दर्शाए जाने पर अंत में शासन को वह उत्सव निरस्त करना पडा । यह हिन्दुआें की बडी विजय थी ।

२. १०० करोड हिन्दुआें में केवल कुछ लोगों के भाग्य में ही धर्मकार्य है । कीडे-मकोडे के समान जीवन अनेक लोग जीते हैं । ईश्‍वर ने धर्मकार्य करने के लिए हमारा चयन किया है । इसलिए हम भाग्यशाली हैं ।

३. केवल हिन्दुआें के मतों पर मैं विधायक चुनकर आया हूं । प्रसार करते समय भी मैं कहता था कि मुझे मुसलमान और ईसाइयों के मत नहीं चाहिए । मेरे पास धन की नहीं अपितु धर्म की शक्ति होने के कारण मैं ५० सहस्र से अधिक मतों से विजयी हुआ । अन्य राज्यकर्ता पहले मुसलमान और ईसाइयों के मतों पर दृष्टि रखते हैं । वर्ष २०१९ में अगले चुनाव हैं । अभी ३ वर्ष शेष हैं । इस शेष समय में मुल्ला-मौलवियों को पाठ पढाएंगे ।

४. हिन्दुत्व पर होनेवाले आघातों का विरोध करने के लिए अपने अपने क्षेत्र में युवकों का बडा संगठन निर्माण करें ।

५. हमें एक न एक दिन मरना ही है । तब बीमार होकर अथवा दुर्घटना में मरने की अपेक्षा धर्मकार्य करते हुए मरना श्रेष्ठ है । मरने से पूर्व ऐसा कार्य करें जो अजरामर हो जाए । धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिए लडनेवाले सैनिक निर्माण करें ।

६. ओवैसी ने वक्तव्य किया कि ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलूंगा । दुर्भाग्यवश राजनीति के लिए हिन्दुआें द्वारा ही ऐसे वक्तव्य करने के लिए धन उपलब्ध करवाया जाता है, यह कटु सत्य है ।

हिन्दुआें का शासन होते हुए भी हिन्दुआें पर अन्याय क्यों ?

हिन्दुत्ववादी कहलानेवाली भाजपा की सत्ता होते हुए भी हिन्दुआें की दुरावस्था में सुधार नहीं हो रहा है, इस संदर्भ में खेद व्यक्त करते हुए विधायक राजासिंह ठाकुर आगे बोले, ‘‘आज साधुसंतों पर झूठे आरोप लगाकर कारागृह में डाला जा रहा है । लव जिहाद धर्मपरिवर्तन करनेवालों पर नहीं अपितु उसे रोकनेवाले हिन्दुआेंपर ही कार्यवाही की जाती है । आज भाजपा शासन की सत्ता को २ वर्ष पूर्ण हो चुके हैं; परंतु इन दो वर्षों में हिन्दुआें पर होनेवाले अन्याय न्यून होने के स्थानपर बढे ही हैं । हिन्दुआें का शासन होते हुए हिन्दुत्वपर यह अन्याय क्यों ?’’

 हिन्दूहित की घोषणाएं पूर्ण करने हेतु सत्ताधारी पक्ष को किया गया आवाहन

राजकीय पक्षों द्वारा केवल चुनाव के पूर्व ही श्रीराममंदिर का निर्माण और हिन्दूहित के अन्य सूत्र उपस्थित किए जाते हैं । एक बार ये सूत्र पूर्ण तो करें । एक बार अयोध्या में भव्य श्रीराममंदिर बनाकर दो देखें, लव जिहाद करनेवालों को फांसी पर लटकाकर तो देखें, हिन्दुआें का आपको पूर्ण समर्थन मिलेगा । समाज में अलग बोलना, मन में कुछ अलग रखना, यह कबतक करते रहेंगे ?

हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थलपर रखी गई क्रांतिकारियों की जानकारी के संदर्भ में व्यक्त किए गए गौरवोद्गार

हिन्दू जनजागृति समिति घर घर में छत्रपति शिवाजी महाराज निर्माण करने का कार्य कर रही है । हमें योद्धा निर्माण करने हों, तो क्रांतिवीरों का इतिहास ज्ञात होना चाहिए । हिन्दू जनजागृति समिति ने अपने जालस्थल पर क्रांतिकारियों की जानकारी उपलब्ध करवाई है । उसे पढने के पश्‍चात आप वीर बनेंगे ।

धर्मकार्य कैसे करना चाहिए, प्रसारमाध्यमों से कैसे बोलना चाहिए, समाज में कैसे घुलनामिलना चाहिए, इस विषय में सनातन संस्था मार्गदर्शन कर रही है । इस अधिवेशन के माध्यम से अलग अलग प्रांतों के, अलग अलग भाषाआें के हिन्दुत्वनिष्ठों को एकत्रित करनेवाले गुरुजी के चरणों में(परात्पर गुरु डॉ. आठवलेजी के चरणों में) कृतज्ञतापुष्प अर्पण करता हूं ।

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