हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के दबाव का परिणाम
कार्वे – यहां के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के दबाव के पश्चात पुलिस एवं प्रशासन द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के लिए भूमि की अनुमति दी गई ।
१. कार्वे, तहसील कराड के कार्वे-शेणोली राज्यमार्ग के चौडेपन का कार्य चल रहा है । कार्वे गांव के समीप के चौक में शासकीय सीमा के अंदर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा है ।
२. इस प्रतिमा से शासकीय भूमि पर अतिक्रमण है एवं चौडाई के कार्य में अडचन उत्पन्न हो रही है, ऐसा कारण बता कर जलसंधारण विभाग द्वारा इस प्रतिमा को हटाने का विचार किया जा रहा है । सरकार द्वारा ग्रामपंचाइत को २८ जून को इस प्रतिमा को हटाए जाने की सूचना (नोटिस) दी गई । सूचना (नोटिस) की एक प्रत कराड ग्रामीण पुलिस थाने को जानकारी के लिए देकर उनसे आवश्यक पुलिस सुरक्षा की मांग की गई है । (क्या अन्यधर्मियों के आस्थास्त्रोतों के संदर्भ में ऐसा प्रसंग हुआ होता, तो उनको विरोध करने अथवा उसे हटाने का साहस किया गया होता ? -संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों द्वारा इस विषय में कराड तहसील ग्रामीण पुलिस निरीक्षक श्री.अण्णासाहेब मेठारी एवं पाटबंधारे अधिकारी पंढारे के साथ बैठक आयोजित की गई; परंतु आरंभ में दोनों अधिकारियों ने नकारात्मक भूमिका अपनाई । अंत में हिन्दुत्वनिष्ठों के दबाव के आगे झुक कर उन्होंने कार्वे गांव के उसी चौक में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के लिए ९ फीट परिधि का उपयोग करने की अनुमति दी एवं कहा कि मार्ग पर का अतिक्रमण हटाए जाने के पश्चात प्रतिमा के लिए दी गई भूमि बढाई जाएगी । (हिन्दुओ, यदि निरंतर ऐसी संगठितता दर्शाई गई, तो राष्ट्र एवं धर्मकार्य में आनेवाली अडचनें निश्चित ही दूर होंगी । )
इस अवसर पर कार्वे ग्रामपंचाइत के सदस्य सर्वश्री जनार्दन देसाई, रोहित जाधव, शिवाजी थोरात, दीपक जाधव, उपसरपंच वैभव थोरात, भूतपूर्व सरपंच अधिका गुजळे, भाजपा कराड जिलाध्यक्ष विक्रमदादा पावसकर, हिन्दू एकता आंदोलन के कराड तहसील उपाध्यक्ष श्री.रूपेश मुळे, श्रीशिवप्रतिष्ठान के श्री सागर आमले, शिवसेना के श्री.शशिकांत हापसे एवं हिन्दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता भी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात