येरवडा कारागृह प्रशासन का ‘हिन्दूद्वेष’ !
कसाब समान लोगों को बिरयानी खिलानेवाला प्रशासन केवल एक संदिग्ध के रूप में बंदी बनाए गए हिन्दुओं पर साधारण-सा उपचार भी नहीं करता, यह ध्यान में ले !
पुणे : मोहसीन शेख हत्या प्रकरण में बंदी बनाए गए हिन्दू राष्ट्र सेनाध्यक्ष श्री. धनंजय देसाई को वैद्यकीय सुविधापूर्ति न करने के प्रकरण में विशेष जिला न्यायाधीश श्री. जे.टी. उत्पातद्वारा येरवडा कारागृह अधीक्षक को ‘कारण बताओ’ नोटिस दी गई है।
१. २७ जून को हुई सुनवाई के अवसर पर श्री. धनंजय देसाईजी ने वीडियो कॉन्फरन्सद्वारा न्यायालय को परिवाद करते हुए कहा कि, उनका बाये हाथ में दर्द होने के कारण एमआरआय वैद्यकीय जांच करना आवश्यक है। इस विषय में कारागृह प्रशासन को न्यायालयीन आदेशद्वारा एवं अन्य प्रकार से अनेक बार बता कर भी कारागृह से केवल वेदनाशामक गोलियां दी जा रही हैं।
२. इस अवसर पर श्री. देसाई के अधिवक्ता श्री. मिलिंद पवार ने न्यायालय में आवेदन प्रविष्ट किया। इस में कारागृह प्रशासनद्वारा न्यायालयीन आदेश का पालन न करना, श्री. देसाई की ससून चिकित्सालय में तत्काल एमआरआय वैद्यकीय जांच करना एवं उन्हें अच्छे वैद्यकीय उपचार न देने के संदर्भ में कारागृह अधीक्षक को ‘कारण बताओ’ नोटिस देकर स्पष्टिकरण मंगवाने की मांग की गई। इस पर न्यायालयद्वारा उपरोक्त नोटिस दी गई।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात