मंदिर में प्रवेश करते समय भारतीय पोशाक धारण करने के संदर्भ में
हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी शाखा की ओर से संकष्टहरा गणपति मंदिर में ज्ञापन प्रस्तुत
विजयनगर : हिन्दू जनजागृति समिति प्रणित रणरागिणी शाखा की ओर से मंदिर में प्रवेश करते समय भारतीय पोशाक धारण करने के संदर्भ में यहां के संकष्टहरा गणपति मंदिर में मुख्य पुजारी ब्रह्मर्षि डॉ. उमेश शर्मा गुरुजी को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
मंदिर के न्यासी श्री. प्रभाकर ने रणरागिणी कार्यकर्ताओं को धर्माचरण का महत्त्व बताया तथा अच्छा कार्य कर रहे हो, ऐसा कहते हुए आशीर्वाद दिया। उन्होंने ऐसा भी कहा कि मैं निरंतर आपके साथ रहूंगा !
इस ज्ञापन में कहा गया है कि, भारतीय गणवेश धारण करने से दैवी शक्ति ग्रहण करना संभव होता है तथा आध्यात्मिक अनुभूति का अनुभव होता है। महिलाओं को साडी धारण करने से उनकी सात्त्विकता में वृद्धि होकर वे दैवी शक्ति ग्रहण कर सकती हैं। पाश्चिमात्य संस्कृति के अनुसार वेशभूषा करने से तथा बाल खूले रखने से अनिष्ट शक्तियां आकृष्ट होती हैं एवं रज-तमात्मक पोशाक के कारण मंदिरों की सात्त्विकता पर भी उसका परिणाम होता है।
श्री. प्रभाकर ने कहा कि, वे मंदिर में इस संदर्भ में सूचना फलक लगाने का प्रबंध करेंगे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात