ढाका में हुए आतंकी आक्रमण पर तसलीमा नसरीन का वक्तव्य !
नई देहली : बांग्लादेश की निर्वासित तथा प्रसिध्द लेखिका तसलीमा नसरीन ने ढाका में हुए आतंकवादी आक्रमण पर वक्तव्य देते हुए कहा कि, अब इस्लाम को शांति का धर्म कहना बंद कर देना चाहिए ।
बता दें कि, ढाका के होली आर्टिसल होटल में हुए आतंकी आक्रमण में २० विदेशियों की हत्या कर दी गई थी । प्रत्यक्षदर्शी लोगों के अनुसार घटनास्थल पर जो लोग कुरान की आयत नहीं बता सके, उनकी हत्या कर दी गई । इसी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए तस्लीमा नसरीन ने लिखा, ‘बांग्लादेश वैश्विक आतंकवाद में सहयोग करने वाला एक प्रमुख देश रहा है । बांग्लादेश ३६ देशों में आतंकी संगठनों से जुडा है ।
उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘अब मानवता के लिए इस्लाम को शांति का धर्म कहना बंद कर देना चाहिए । ढाका आक्रमण का आंतकी निब्रस इस्लाम तुर्की होप्स स्कूल, नॉर्थसाउथ और मोनाश यूनिवर्सिटी में पढा था । इसके बाद उसका इस्लाम के नाम पर ब्रेनवॉश किया गया और वह आतंकी बन गया । ढाका आक्रमण के सभी आतंकी अमीर परिवारों से थे और उन्होंने अच्छे विद्यालय से पढाई की थी । यह मत कहिए कि गरीबी और निरक्षरता लोग इस्लामिक आतंकवादी बनते है ।’
उन्होंने आगे कहा, ‘इस्लामिक आतंकवादी बनने के लिए आपको गरीबी, निरक्षरता, तनाव, अमेरिका की विदेश नीति और इस्राइल के षडयंत्र की आवश्यकता नहीं है । आपको इस्लाम की आवश्यकता है ।’
तस्लीमा ने ट्वीट पर लिखा, ‘ढाका में आतंकियों ने लोगों को कहा कि हम यहां गैर-मुस्लिमों को मारने आए हैं, मुस्लिमों को नहीं मारेंगे, इसलिए आप डरे नहीं और चुपचाप चले जाएं, हमें जन्नत नसीब होगी ।’
स्त्रोत : पत्रिका