प्रस्तावित धार्मिक दंगाविरोधी कानूनसे हिंदुओंकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं ।
मुंबई, २५ अक्टूबर ( वृत्तसंस्था) – जनता पक्षके राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामीने श्रीमती सोनिया गांधीके विरोधमें अपराध प्रविष्ट करने हेतु दिल्ली पुलिसकी अपराध शाखाको पत्रद्वारा निवेदन भेजा है । श्रीमती गांधी की अध्यक्षताके अंतर्गत कार्यरत राष्ट्रीय परामर्श परिषदद्वारा बनाए गए ‘सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम (न्याय एवं क्षतिपूर्ति) विधेयक २०११’ द्वारा हिंदुओंकी भावनाएं आहत हुई हैं । इस प्रारूपसे हिंदु एवं अहिंदु, ऐसा भेदभाव स्पष्टरूपसे उत्पन्न कर उनमें शत्रुता बढाने एवं समाजव्यवस्था बिगाडनेका प्रयास किया गया है । अतः जनहितार्थ यह निवेदन प्रविष्ट किया जाए, ऐसी मांग डॉ. स्वामीने की है । डॉ. स्वामीने आगे कहा, ‘‘दिल्ली पुfलसद्वारा यह अपराध प्रविष्ट नहीं किया गया, तो हम न्यायालयमें याचिका प्रस्तुत करेंगे ।
भारतीय दंड विधानकी कलम १५३ (अ) (ब), २९५ (अ) एवं ५०५ (२)के अंतर्गत श्रीमती गांधी एवं राष्ट्रीय परामर्श परिषदके सदस्योंके विरोधमें अपराध प्रविष्ट fकया जाए’’, ऐसी मांग डॉ. स्वामी ने इस प्रार्थनापत्रद्वारा की है । डॉ. स्वामीने इस प्रार्थनापत्रमें इसका भी उल्लेख किया है कि तामिलनाडूकी मुख्यमंत्री श्रीमती जयललिताने भी एक प्रसिद्धीपत्रकमें इस विधेयकके विषयमें ‘बीमारीसे औषधि भयानक’ ऐसे इस विधेयकका वर्णन किया है ।
(हिंदुओ, आपपर अन्याय करनेवाले कानूनके विरोधमें वैध मार्गसे लडनेवाले डॉ. सुब्रह्मण्यम स्वामीका अभिनंदन ! डॉ. स्वामी समान कार्य हिंदुत्ववादी पक्ष एवं संगठनोंको करना चाहिए, ऐसी अपेक्षा यदि हिंदु रखते हैं, तो उसमें कोई आश्चर्य नहीं है ! – संपादक )
स्रोत : Dainik Sanatan Prabhat