Menu Close

श्री क्षेत्र पंढरपुर में, ‘नमामि गंगे’ जैसा ‘नमामि चंद्रभागा’ प्रकल्प तात्काल आरंभ करें – वैष्णवजनों की मांग

जगद्गुरु संतश्रेष्ठ तुकाराम महाराजद्वारा बताया गया चंद्रभागा नदी का माहात्म्य

अवघीच तीर्थे घडली एकवेळा ।
चंद्रभागा डोळा देखियला ॥
पंढरी पुण्यभूमी भीमा दक्षिण वाहिनी ।
तीर्थ हे चंद्रभागा महापातका धुनी ॥

(अर्थ : सभी तीर्थस्थल पर जाने से जो पुण्य प्राप्त होता है, वह चंद्रभागा को केवल देखने से प्राप्त होता है। पंढरपुर पुण्यभूमि है, भीमा दक्षिण वाहिनी है तथा चंद्रभागा का तीर्थ महापातकों का नाश करता है !)

  • ऐसा आध्यात्मिक महत्त्व रहनेवाली चंद्रभागा नदी की इतनी दयनीय स्थिति होने तक प्रशासन क्या कर रहा था ?

  • ये बात इतने वर्ष तक ध्यान में क्यों नहीं आई ?

इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ अर्थात ‘सनातन धर्म राज्य’ की स्थापना अनिवार्य है !

Vitthal_c

श्री क्षेत्र पंढरपुर : यहां के गंदे नालियों का पानी सीधे चंद्रभागा नदी में जाने से संतोंद्वारा सम्मानित इस नदी की पवित्रता नष्ट हो रही है। वर्तमान में नदी का पानी अत्यधिक गंदा हो गया है एवं नदी के वालुकामय प्रदेश काई तथा (कपडे की) चिंधियों से व्याप्त होने का चित्र दिखाई दे रहा है। वर्तमान स्थिति में चंद्रभागा नदीपात्र पर बहुत गंदगी एवं दुर्गंध फैली हुई है। (शासन को, तीर्थक्षेत्र पर स्नान करने की जगह पर गंदी नालियों का पानी न छोडे जाने एवं प्रक्रिया करने के पश्चात ही अन्य स्थान पर गंदा पानी नदी में छोडे जाने हेतु तत्परता से उपाययोजना करनी चाहिए – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

चंद्रभागा में गंदी नाली का पानी एवं नदी के वालुकामय प्रदेश में जिधर उधर काई एवं चिंधियां
चंद्रभागा में गंदे नाले का पानी एवं नदी के वालुकामय प्रदेश में जिधर उधर काई एवं चिंधियां

पहले ही पंढरपुर में आषाढ यात्रा की भीड बढते समय पात्र में पर्याप्त पानी नहीं है तथा उसमें और गंदे नाले का पानी बढता जा रहा है। किनारे पर स्थित गंदे नाले का पानी चंद्रभागा के वालुकामय प्रदेश में एक गढे में संग्रहित किया जाता है। उसकी क्षमता समाप्त होने पर यह गंदा पानी सीधे नदी में आता है। पिछले अनेक वर्षों से यह प्रकार चल रहा है। आज तक अनेक विकास योजनाएं बनाई गईं एवं निधि भी दिया गया; परंतु प्राप्त निधि अनावश्यक स्थान पर व्यय होने से भक्तों को गंदे नाले के पानी से स्नान करना पड रहा है। इसलिए वारकरी ऐसी मांग कर रहे हैं कि, ‘राज्यशासन अब ‘नमामि चंद्रभागे’ प्रकल्प का आरंभ तत्काल करें !’

चंद्रभागा नदी का पात्र एवं वालुकामय प्रदेश, दो दिन में स्वच्छ करेंगे ! – सोलापुर जिलाधिकारी का आश्‍वासन

सभी स्तर से यहां की चंद्रभागा के पात्र की अस्वच्छता के विषय में विचार विमर्श होने लगा, तो सोलापुर के जिलाधिकारी श्री. रणजितकुमार ने प्रसारमाध्यमों को आश्वासन देते हुए कहा कि, ‘चंद्रभागा नदीपात्र में जलपर्णी, काई, अस्वच्छ पानी तथा वालुकामय प्रदेश स्वच्छ करेंगे तथा उसके लिए स्वयंसेवी संगठनों की सहायता भी ली जाएगी !’

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

Related News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *