धर्मांधों को बचानेवाली ममता (बानो) बैनर्जी के राज्य में असुरक्षित हिन्दु !
केंद्र शासन तथा बडे हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन बंगाल के हिन्दुओं की रक्षा के लिए कुछ भी नहीं करते, यह उनको समर्थन देनेवाले हिन्दुओं के लिए लज्जास्पद है ! दादरी प्रकरणपर हिन्दुओं के नाम से छाती पिटनेवाले अब कहां हैं ?
- ‘बंगाल’ का ‘बांग्लादेश’ होने की दिशा में मार्गक्रमण !
- आक्रमण के लिए बम का उपयोग
- पुलिस निष्क्रिय
कोलकाता : बंगाल राज्य के उत्तर दिनाजपुर जनपद के रामगंज गांव में हिन्दुओं की शोभायात्रापर धर्मांधों की भीड ने आक्रमण किया। पुलिस ने इस घटना में कुछ भी हस्तक्षेप नहीं किया, नाहि हिन्दुओं को किसी भी प्रकार का संरक्षण दिया, इसिलिए उन्होंने राष्ट्रीय महामार्ग क्र. ३१ पर की यातायात रोक दी।
दूसरे ही दिन पडोस के चोपरा नामक मुसलमान बहुसंख्यक गांव में धर्मांधों ने अल्पसंख्यक हिन्दुओंपर बम का उपयोग कर आक्रमण किया। इस समय तृणमूल काँग्रेस के विधायक हमिदुल रहमान उपस्थित थे। चोपरा ब्लौक में ३२ प्रतिशत हिन्दु हैं, तो पडोस के इस्लामपूर ब्लौक में २५ प्रतिशत हिन्दु हैं !
१. धर्मांधों ने हिन्दुओं के अनेक घरों को जलाया तथा उनकी संपत्ति को लूटा। उनकेद्वारा की गई गोलाबारी में कुछ हिन्दू घायल हुए।
२. वहां की नैनिताल कोलोनी को संपूर्णरूप से जला दिया गया तथा वहां की संपत्ति लूट ली गई।
३. चोपरा गांव की मंडी को लूटा गया। वहां के तृणमूल काँग्रेस के समर्थकों की भी इस लूटमारी से हानी पहुंची।
४. पुलिस एवं प्रशासन प्रसारमाध्यमोंपर दबाव बनाकर धर्मांधों के इस आक्रमण का समाचार प्रसारित ना हों, इसके लिए सतर्क थे। (इसके लिए दबाव बनाने की क्या आवश्यकता है ? वैसे तो ढोंगी निधर्मीवादी प्रसारमाध्यम हिन्दुओंपर होनेवाले आक्रमणों के समाचार कभी देते ही नहीं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात