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महाराष्ट्र शिक्षण मंडल का इतिहासद्रोही निर्णय – कक्षा ४ थी के अंग्रेजी माध्यम के ‘शिवछत्रपति’ पाठ्यपुस्तक से ४ पाठ हटाए !

महाराष्ट्र शिक्षण मंडल का इतिहासद्रोही निर्णय !

पाठयपुस्तक में अफजलखान वध का नहीं, अपितु भेंट का छायाचित्र !
पाठयपुस्तक में अफजलखान वध का नहीं, अपितु भेंट का छायाचित्र !

मुंबई : महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिति एवं अभ्यासक्रम संशोधन मंडल, पुणे (बालभारती) की ओर से सिद्ध किए गए कक्षा ४ थीं के (परिसर अभ्यास भाग २, अंग्रेजी माध्यम) अंतर्गत ‘शिवछत्रपति’ पुस्तक से ४ पाठ हटाए गए हैं।

इन पाठों के नाम हैं, ‘शिवाजी राजा का सक्षम प्रशासन’, ‘शिवराजा की युद्धनीति’, ‘जनता का राजा शिवाजी’ एवं ‘प्रेरणा का जीवित स्रोत’ !

इसके बदले में ‘किले एवं नौदल का व्यवस्थापन’ एवं ‘कल्याणकारी स्वराज्य का व्यवस्थापन’ ये पाठ अंतर्भूत किए गए हैं। (यदि छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास के नए पाठ अंतर्भूत करना ही था, तो पूर्व के पाठ क्यों निकाले गए ? बालभारती की कक्षा छठीं के इतिहास के पाठ्यपुस्तक में अरुणाचल प्रदेश चीन का भाग दर्शाया है एवं ऐसी चूकें भी की गई हैं। इस प्रकार से मनचाहा कामकाज करनेवाली ‘बालभारती’ को जनता ने ही फटकार कर पाठ्यपुस्तक से छत्रपति शिवाजी महाराज का हटाया गया भाग पुनः पुस्तक में अंतर्भूत करने पर विवश करना चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

पाठयपुस्तक में प्रकाशित भेंट का छायाचित्र
पाठयपुस्तक में प्रकाशित भेंट का छायाचित्र

अफजलखान वध के संदर्भ में जानकारी देते हुए वध करते समय का छायाचित्र प्रकाशित करने के स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज अफजलखान को आलिंगन देने जा रहे हैं, ऐसा छायाचित्र प्रकाशित किया गया है। (कांग्रेस के कार्यकाल में जो गलतियां होती थीं, वैसी ही गलतियां भाजपा से होना, अपेक्षित नहीं है। बच्चों तक सत्य इतिहास पहुंचे, यही हिन्दुओं की अपेक्षा है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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