जालंधर : हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में मारे जाने के विरोध में धर्मांध समर्थकों ने श्री अमरनाथ यात्रा में विघ्न डालते हुए पहलगांव के निकट गणेश पुरा में ५ लंगरों को आग लगा दी। अम्बाला से अमरनाथ बाबा सेवा संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि गत दिवस लगभग २ हजार से अधिक जिहादीयों ने ५ लंगरों पर आक्रमण किया है । लंगर संगठनों द्वारा लगाए गए टैंटों को तोड दिया गया तथा लंगर सामग्री तहस नहस कर दी। उन्होंने बताया कि लंगर वाले स्थान पर सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं किए गए थे। लगंर लगाने वाली संस्थाओं के सदस्यों ने मुश्किल से अपनी जान बचाई।
उन्होंने बताया कि आज जब वह पुलिस के पास केस दर्ज करवाने गए तो एस.एच.ओ. ने जवाब दिया कि देहली से जब सुरक्षा आएगी तो लंगर वालों को उपलब्ध करवा दी जाएगी। मीर बाजार में लंगर लगाने वाले जलालाबाद के सुशील परुथी ने बताया कि गणेशपुरा में लंगर संगठनों में भारी भय दिखार्इ दे रहा है। उन्होंने बताया कि एक लंगर लुधियाना, एक राजस्थान, एक अम्बाला, तथा २ अन्य स्थानों के लंगरों को आग लगाई गई। उपद्रवियों ने लंगरों पर भारी पथराव भी किया।
श्री अमरनाथ यात्रा भंडारा संस्था के प्रधान राजन कपूर ने केन्द्र व जम्मू-कश्मीर सरकार से मांग की है कि, वह तुरंत अमरनाथ यात्रा मार्ग पर लगाए गए लंगरों की सुरक्षा को यकीनी बनाए। उन्होंने कहा कि पहलगांव से १० कि.मी. पहले गणेशपुरा की घटना से सबक लेते हुए राज्य सरकार को प्रभावित हुए लंगर संगठनों को उचित वित्तीय सहायता देनी चाहिए।
श्री अमरनाथ यात्रा वैल्फेयर आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि, गत वर्ष भी बालटाल में उपद्रवियों ने ९ लंगरों को आग लगा दी थी। बाद में सरकार ने पीड़ितों को मात्र १-१ लाख रुपए की मदद दी थी। परंतु प्रभावित लंगर संस्थाओं ने यह राशि सरकार को वापस कर दी थी।
स्त्रोत : पंजाब केसरी