मुंबई – हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में हिंसा का माहौल है। अब तक इस हिंसा में २३ लोग मारे गए हैं। वहीं २५० से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस बात में कोई शक नहीं कि इस हिंसा के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। पाकिस्तानी पीएम नवाज तो बुरहान की मौत से काफी दुखी हैं। इसी बीच शिवसेना ने भी इस मसले को लेकर सरकार पर हमला बोला है।
साथ ही शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पर सवाल उठाए हैं। शिवसेना ने ‘सामना’ में कहा है कि, अफजल गुरू को महबूबा ने कश्मीर का स्वतंत्रता सेनानी या क्रांतिकारी मानने की वकालत की थी। ऐसे में शिवसेना ने पूछा है कि कहीं भाजपा ने महबूबा को कश्मीर घाटी की कमान देकर गलती तो नहीं कर दी है।
साथ ही शिवसेना ने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा है कि महबूबा मुफ्ती मारे गए आतंकी बुरहान वानी के बारे क्या सोचती हैं। शिवसेना ने लिखा है कि कश्मीर हिंसा से जल रहा है जिसकी वजह से अमरनाथ यात्रा तक रोकनी पड़ेगी।
वहीं ‘सामना’ ने इस मसले पर पाकिस्तान की भी भूमिका पर सवाल उठाए हैं। ‘सामना’ ने कश्मीर में सेना और पुलिस के जवानों पर हो रहे हिंसा के बारे में भी लिखा है। शिवेसना ने कहा है कि पीएम मोदी को इस मामले में सख्त फैसला लेने की जरूरत है।
स्त्रोत : पर्दाफाश