श्री सिद्धेश्वर मंदिर में हुई इस घटना का अर्थ अल्पसंख्यक नागरिक बहुसंख्यक नागरिकोंपर कैसे अत्याचार करते है, इसका प्रातिनिधिक उदाहरण है !
दोषियोंपर कठोर कार्रवाई करने की, हिन्दु जनजागृति समिति की मांग
- पोर्तुगाल संघद्वारा फुटबॉल प्रतियोगिता जितने के आनंद को मनाने के लिए यह दुष्कृत्य किए जाने की लुकास कार्व्हालो की स्वीकृति !
- ऐसे पोर्तुगालप्रेमी और हिन्दुद्वेषी ईसाईयों को तत्काल पोर्तुगाल में खदेड दें !
सांगे (गोवा) : यहां के उगे, सांगे में श्री सिद्धेश्वर देवता की मूर्तिपर ईसाईयों का क्रॉस होनेवाली रोझरी माला डालने की निंदाजन्य घटना ११ जुलाई को हुई !
इस संदर्भ में पुलिस ने लुकास कार्व्हालो (वय ४४ वर्ष) नामक व्यक्ति को बंदी बनाया है। उससे पूछताछ करनेपर उस ने यह दुष्कृत्य करने की स्वीकृति दी। कार्व्हालो ने पोर्तुगाल संघद्वारा युरो कप फुटबॉल प्रतियोगिता में विजय प्राप्त किए जाने का आनंद मनाने हेतु ये दुष्कृत्य करने की स्वीकृति दी।
महिला मंडल के सदस्य एवं ग्रामवासियों की सतर्कता के कारण संदिग्ध को तुरंत बंदी बनाने में सफलता
११ जुलाई को सुबह मंदिर के पुजारी अभिषेक, पूजा एवं दोपहर की आरती कर घर लौटनेपर दोपहर २ से ४ की अवधि में यह दुष्कृत्य किया गया। उसी दिन सायंकाल महिला मंडल की बैठक हेतु आई हुई महिलाओं के ध्यान में यह घटना आनेपर उन्होंने इसकी जानकारी ग्रामवासियों को दी। यह समाचार पूरे गांव में तथा आसपास के गांवों में फैलनेपर लगभग १ सहस्र ग्रामवासी, मंदिर के न्यासी, सांगे के विधायक श्री. सुभाष फळदेसाई, पंच श्री. अमेय नाईक, शिवसेना नेता श्री. बाबूराव नाईक आदि मंदिर परिसर में जमा हुए।
संदिग्ध लुकास कार्व्हालो ने ही यह दुष्कृत्य किया है, इसका ग्रामवासियों को संदेह हुआ।
हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने के लिए हेतुपूर्वक यह रोझरी माला मूर्तिपर डाली गई है तथा इसके कारण हिन्दु श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं, ऐसा परिवाद श्री सिद्धेश्वर देवस्थान के सचिव श्री. सुरेश भंडारी ने पुलिस थाने में प्रविष्ट किया। सांगे के पुलिस निरीक्षक श्री. उत्तर राऊत देसाई ने अपने दल के साथ आकर घटना का पंचनामा किया। उसके पश्चात ग्रामवासियों के संदेह होने के कारण लुकास कार्व्हालो को पुलिस ने हिरासत में लिया।
देवता की पवित्रता को भंग किए जाने के कारण देवस्थान समिति एवं ग्रामवासियों ने क्षोभ व्यक्त किया है। लुकास को यह कृत्य करने के लिए किसने प्रेरित किया, इसकी जांच करने की ग्रामवासियों ने मांग की है। इस घटना के पश्चात ग्रामवासियों ने मूर्ति का शुद्धीकरण करना निर्धारित किया है तथा समिति ने ग्रामवासियों ने शांति बनाए रखने का आवाहन किया है।
दोषियोंपर कठोर कार्रवाई करें ! – हिन्दु जनजागृति समिति की मांग
उगे, सांगे के श्री सिद्धेश्वर देवस्थान में स्थित श्रीमूर्तिपर ११ जुलाई को संदिग्ध लुकास कार्व्हालोद्वारा क्रॉस होनेवाली रोझरी माला डाले जाने का प्रकरण अत्यंत गंभीर है !
इस घटना के पीछे किसका हाथ है, यह पुलिस को खोज निकालना चाहिए। इसके पूर्व भी पूरे राज्य में और विशेषरूप से सांगे तहसील में अनेक स्थानोंपर मूर्तिभंजन एवं मंदिर में चोरियां होने की घटनाएं हुई हैं तथा इन प्रकरणों में दोषियों को पकडने में शासन एवं पुलिस बल को पूर्णरूप से विफल रही है, यह सर्वश्रृत है !
श्री सिद्धेश्वर मंदिर में स्थित श्रीमूर्तिपर रोझरी माला डालना तथा पीछे हुई घटनाओं में कोई समानता है क्या, यह भी पुलिस को खोजना चाहिए। श्री सिद्धेश्वर मंदिर में हुई इस घटना का अर्थ अल्पसंख्यक नागरिक बहुसंख्यक नागरिकोंपर कैसे अत्याचार करते है, इसका प्रातिनिधिक उदाहरण है तथा शासन व्होटबैंक की राजनीति को ध्यान में रखकर इस घटना की अनदेखी ना करें। ऐसी मांग हिन्दु जनजागृति समिति के गोवा राज्य समन्वयक डॉ. मनोज सोलंकी ने एक विज्ञप्ति में की है।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात