तिरुवनंतपुरम : केरल से लापता एक युवा गर्भवती महिला सहित १७ लोगों के आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़ने का संदेह है। यह महिला यहां डेंटिस्ट बनने के लिए पढ़ाई कर रही थी। यह महिला नेशनल सिक्युरिटी गार्ड (एनएसजी) कमांडो की बहन है।
बिंदु कुमार उन माता-पिता में शामिल थीं जिन्होंने पिछले सप्ताह में केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन से मुलाकात की और लापता ‘बच्चों’ की तलाश में मदद की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री विजयन को ज्ञापन सौंपने वाली बिंदु ने यहां कहा, ‘मुख्यमंत्री ने मुझे बताया कि मामले में जांच आगे बढ रही है।’ बिंदु ने कहा कि उसकी २५ वर्षीय बेटी निमिशा अपने पति के साथ गत १६ मई को घर आई थी और १८ मई को फोन कर बताया कि, वह कुछ काम से श्रीलंका जा रही है।’ मेरे बार-बार पूछने पर भी उसने यह नहीं बताया कि वह कहां से फोन कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘चार जून तक मुझे संदेश मिला करते थे, किंतु इसके बाद बेटी के बारे में कोई सूचना नहीं है।’ बिंदु ने कहा कि उसकी बेटी निमिशा जब एक ईसाई युवक से मिली और उससे विवाह किया, उस समय वह कासरगोड में डेंटल की अंतिम वर्ष की छात्रा थी। बाद में निमिशा ने पति के साथ धर्म परिवर्तन कर लिया।
बिंदु कुमार ने अंग्रेजी समाचारपत्र हिंदुस्तान टाइम्स को बताया, ‘मेरे बच्चे धार्मिक और देशभक्त है। मेरा बेटा सेना में अफसर बनना चाहता था और मेरी बेटी ने मेडिकल प्रोफेशन चुना।’ बिंदु ने पिछली बार अपनी बेटी को देखा तो उसे बुरका में देखकर उन्हें झटका लगा। बिंदु ने बताया कि बेटी जब डेंटिस्ट की पढ़ाई कर रही थी तब उसने नवंबर में पलक्कड के एक ईसाई व्यक्ति से विवाह कर लिया। ये दोनों अब इस्लाम धर्म स्वीकार कर चुके हैं। बिंदु ने बताया, ‘वह काफी हुशार छात्रा थी, मैंने उसे वापस लौटने का संदेश किया और कहा कि, वह जैसे भी रहना चाहती है, मुझे स्वीकार है। जवाब में उसने संदेश दिया, मैं यहां खुश हूं, इस्लाम अच्छा धर्म है।’
मां के अनुसार, ‘उसने (बेटी ने) कहा, वह हिजाब के साथ आना चाहती है, क्या आपको यह मंजूर है। मैंने कहा – हां, उसके बाद वह आयी और मेरे साथ कुछ समय बिताया।
मां ने बताया, मेरी बेटी कुछ दिनों में अपने पति के पास वापस लौट गई। उसके बाद मैंने सुना कि वह श्रीलंका गई है। ५ जून से हमारे बीच संवाद बंद हैं। मई में मेरी बेटी ने वाट्सएप पर संदेश भेजा था। बिंदु के अनुसार, मेरी बेटी ने मेरे बार-बार पूछने पर भी यह नहीं बताया कि वह कहां से फोन कर रही है। उसने बताया कि वह किसी और के वाई-फाई का उपयोग मुझे संदेश भेजने में कर रही है।
बिंदु को टीवी चैनलों के जरिये यह पता चलने पर गहरा झटका लगा कि १७ लोग लापता हैं और संदेह है कि इन्होंने ISIS ज्वॉइन कर लिया है। बिंदु कुमार के अनुसार, उन्हें अपने दामाद के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, सिर्फ यही पता है कि वह ३२ वर्ष का है और उसने एमबीए किया है।
स्त्रोत : एनडीटीव्ही